यहां उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं एवं मंत्रियों ने यहां कई परियोजनाओं की शुरूआत की घोषणा की है. इसके साथ ही कई परियोजनाओं को उद्घाटन एवं शिलान्यास किया है. तृणमूल नेताओं की अचानक बढ़ी इस सक्रियता से न केवल आम लोग, बल्कि विरोधी कांग्रेस, माकपा एवं भाजपा के नेता भी हैरान हैं. जिला कांग्रेस के महासचिव नरेन्द्र नाथ तिवारी का कहना है कि चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है. अचानक तृणमूल नेता एवं मंत्रियों की नींद खुल गई है. पांच वर्षों तक सभी लोग मौज करते रहे. आम लोगों की समस्याओं से इनका कोई लेना-देना नहीं था. अब चुनाव को सामने देखकर यह लोग शिलान्यास करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता इतनी बेवकूफ नहीं है.
उन्हें सब पता है. इसका जवाब यहां के लोग चुनाव में देंगे. आरएसपी नेता रहीक बक्सी का कहना है कि राज्य में गरीबी एवं बेरोजगारी बढ़ी है. कल-कारखाने नहीं लग रहे हैं एवं विकास का काम ठप्प पड़ा हुआ है. ग्रामीण इलाकों में बिजली एवं पानी पहुंचाने में तृणमूल कांग्रेस सरकार विफल रही है. कुछ ही दिनों पहले यहां मिठाई मेले का आयोजन किया गया था.
इसमें सरकारी खजाने से चार-पांच लाख रुपये खर्च किये गये. किसके लिए और किस उद्देश्य से इस मिठाई मेले का आयोजन किया, यह किसी को पता नहीं है. आम लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है. नेता और मंत्री मिठाई मेले के आयोजन में लगे हैं और आम लोग परेशान हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में मालदा के लोग तृणमूल को सबक सिखायेंगे. भाजपा के जिला महासचिव अजय गांगुली ने भी इस मामले को लेकर तृणमूल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह सरकार आम लोगों को बेवकूफ बनाने के अलावा कुछ भी नहीं कर रही है. चुनाव को देखते हुए सत्तारूढ़ पार्टी शिलान्यास और उद्घाटन करने में जुटी हुई है.