विधानसभा में राज्यपाल केशरीनाथ ित्रपाठी के अभिभाषण को तृणमूल का चुनावी घोषणा पत्र बताते हुए कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है. कांग्रेस विधायक दल के नेता मोहम्मद सोहराब ने कहा कि यह अिभभाषण सच्चाई से परे है. इसमें राज्य की सही तसवीर नहीं झलकती है. कोलकाता: कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण को असत्य भाषण करार […]
विधानसभा में राज्यपाल केशरीनाथ ित्रपाठी के अभिभाषण को तृणमूल का चुनावी घोषणा पत्र बताते हुए कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है. कांग्रेस विधायक दल के नेता मोहम्मद सोहराब ने कहा कि यह अिभभाषण सच्चाई से परे है. इसमें राज्य की सही तसवीर नहीं झलकती है.
कोलकाता: कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण को असत्य भाषण करार देते हुए इसे तृणमूल कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र करार दिया. अभिभाषण के बाद प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता मोहम्मद सोहराब ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पूरी तरह से असत्य है. बुधवार को मर्चेंट चैंबर ऑफ काॅमर्स के कार्यक्रम में राज्यपाल ने राज्य के विश्वविद्यालय की कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाये थे. आज राज्यपाल प्रथा के अनुसार सरकार के भाषण को पढ़ रहे हैं, जो वास्तविक स्थिति से पूरी तरह से अलग तथा असत्य है. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ मानस रंजन भुईंया ने कहा कि अभिभाषण पूरी तरह से तृणमूल कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र हैं. उन्होंने कहा कि अभिभाषण में अल्पसंख्यकों के लिए किये गये कार्यों की सूची दी गयी है, लेकिन वास्तव में यह सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए नया कुछ नहीं किया है.
सरकार का अक्षमता को ढकने की कोशिश: एसयूसीअाइ
एसयूसीअाइ के विधायक डॉ तरुणकांति नस्कर ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार का अक्षमता ढकने की कोशिश की गयी है. अभिभाषण में जेएनयू के छात्रों पर हमले के खिलाफ यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों का विरोध, भाजपा नेताओं की धमकी, उत्तर बंगाल के चाय बागानों में श्रमिकों की मृत्यु, राज्य के कई करोड़ लोगों को डिजिटल राशन कार्ड नहीं मिलने, बर्दवान विश्वविद्यालय के छात्रों पर लाठीचार्ज तथा अनशनरत मदरसा शिक्षकों पर समाजविरोधियों के हमलेऔर आशंकि शिक्षकों के वेतन में कोई वृद्धि जैसे मुद्दे का अभिभाषण में शामिल नहीं किया गया है. यह अभिभाषण पूरी तरह से असत्य तथा वास्तविकता से पृथक है.
राज्यपाल के अभिभाषण में चुनावी अाहट
कोलकाता. विधानसभा के चुनाव के पहले अंतिम सत्र व 19वीं सत्र के पहले दिन राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के अभिभाषण में चुनाव की आहट स्पष्ट रूप से सुनाई दी. राज्यपाल ने विभिन्न विभागों में पांच वर्षों के दौरान सरकार के कामकाज व उपलब्धियों को गिनाया और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का वादा किया. वहीं, कांग्रेस के विधायक विधानसभा में गले में बैनर व पोस्टर पहन कर पहुंचे और राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बीच-बीच में रोक-टोक करते रहे.
पोस्टर व बैनरों में कांदी में पार्षद के अपहरण जैसी घटनाओं का उल्लेख था. वहीं, वाम मोरचा के विधायक लगभग चुपचाप राज्यपाल के अभिभाषण सुनते रहे. तृणमूल के सदस्यों ने कांग्रेस व माकपा के बीच प्रस्तावित गंठबंधन को लेकर व्यंग्य किये. लगभग एक घंटे तीन मिनट के लंबे अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा : हमलोग इतिहास के संक्रमण क्षण में खड़े हैं. अब श्रमिक अंतोष, गलत औद्योगिक नीति, किसानों को अलग-थलग करने और राजनीतिक हिंसा का दौर समाप्त हो गया है. क्षितिज पर नये अवसर व विकास का आभा दिखायी दे रही है. बंगाल निवेश के नये स्थान के रूप में उभर रहा है. लोगों में उत्साह है.
मेरी सरकार का मानना है कि कृषि और उद्योग का विकास एक साथ हो सकता है. एक दूसरे की कीमत पर विकास संभव नहीं है. विकास, सामाजिक न्याय तथा पीड़ितों के सशक्तिकरण हमारे आदर्श हैं. राज्य को सदा ही शांति और सौहार्द पर अभिमान है. पूर्ण विकास के लिए शांतिपूर्ण सामाजिक राजनीतिक वातावरण होना जरूरी शर्त है. विकास का लाभ गरीबों के गरीब तक पहुंचना जरूरी है. उन्होंने कहा : 2011 में हमारी सरकार बनी. उस समय पूर्व सरकार ने दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज छोड़ गयी थी. नकद घाटा लगभग 9000 करोड़ रुपये का था. मेरी सरकार ने केंद्र सरकार से ऋण माफी की फरियाद की, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से कोई राहत नहीं मिली है. इस वित्तीय बोझ को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए हम लोगों ने लोगों की आशाओं को पूरा करने का जिम्मा उठाया. पूरे देश के राज्यों में पश्चिम बंगाल का प्रदर्शन बहुत ही अच्छा रहा. मैं इस प्रदर्शन के लिए सरकार को बधाई देता हूं तथा आशा करता हूं कि आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन करते रहेगी.