44 असम राइफल्स के हव दुरना कांता दोले व 3/1 गोरखा राइफल्स के एनके दामोदर थापा की पत्नियों और 13 असम राइफल्स के राइफलमैन टी गोकील सिंह के पिता ने यह पदक ग्रहण किया.
इसके अलावा तीन युद्ध सेवा मेडल, चार सेना मेडल (विशिष्ट सेवा ) व 11 विशिष्ट सेवा मेडल भी दिये गये. चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सेना की मदद करने के पुरस्कार के रूप में 13 आम लोगों को भी सेना की आेर से सम्मानित किया गया. पूर्वी कमान की 16 यूनिटों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए आर्मी कमांडर की आेर से सम्मानित किया गया.