कोलकाता. केरल से माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य एमए बेबी ने मंगलवार को कहा कि माकपा के विगत पार्टी कांग्रेस में अपनायी राजनीतिक लाइन के मुताबिक ही केरल और पश्चिम बंगाल के प्रस्तावित विधानसभा चुनावों की रणनीतियां बनायी जायेंगी. एजेंसी के मुताबिक बेबी का कहना है कि विभिन्न राज्यों में माकपा की चुनावी रणनीति चाहे जो भी हो, वह पिछली पार्टी कांग्रेस की राजनीतिक लाइन के अनुरूप ही होगी, जिसमें भाजपा और कांग्रेस से समान रूप से दूरी बनाने का आह्वान किया गया था.
उन्होंने कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार के गंठबंधन की गुंजाइश को नकार दिया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में पार्टी की इकाई की चुनावी रणनीति के सवाल पर कहा कि जमीनी हालात को परखने के बाद राज्यों के लिए लचीला रुख अपनाने के विकल्प हैं. लेकिन यह पार्टी कांग्रेस में लिए जाने वाले राजनीतिक लाइन के अनुरूप ही होना जरूरी है. राज्य में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से संभावित गंठबंधन के मुद्दे पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा के नरम रवैये के प्रश्न पर बेबी ने किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने केवल इतना कहा कि पोलित ब्यूरो और आगामी केंद्रीय कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा होने दें, वहीं इस पर अंतिम फैसला होगा. बेबी की टिप्पणी माकपा की केरल इकाई की राय का संकेत देती है. केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में माकपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से होना है.
हालांकि, पश्चिम बंगाल में माकपा के कई नेता कांग्रेस से गंठबंधन करना चाह रहे हैं ताकि तृणमूल कांग्रेस को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंका जा सके. माकपा की राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक 12 फरवरी से होनी है. इसमें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गंठबंधन पर फैसला हो सकता है. हालांकि गंठबंधन पर अंतिम फैसला माकपा की केंद्रीय कमेटी ही करेगी.