कोलकाता: पंचायत चुनाव के बाबत तीसरे चरण के मतदान की तिथि पर विपक्षी दलों ने आपत्ति जतायी है. शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक के दौरान कांग्रेस व वामपंथी नेताओं ने आगामी 10 जुलाई को होने वाले मतदान का विरोध किया है. सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस की ओर से मानस भुईंया, देवव्रत बसु व अब्दुल मन्नान शामिल हुए थे, जबकि वामपंथी दलों की ओर से रॉबिन देव व जयंत राय मौजूद रहे.
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि आगामी 10 जुलाई के समय रमजान व रथयात्र का उत्सव है. इसलिए इस दिन मतदान में परेशानी हो सकती है. कांग्रेस ने 10 जुलाई की बजाये नौ जुलाई को तीसरे चरण का मतदान कराने का प्रस्ताव दिया. इधर, वामपंथी नेताओं ने कहा कि कूचिबहार में रथयात्र निकलती है और ऐसे में तीसरे चरण के मतदान से आम लोगों के परेशानी होगी.
सुरक्षा भी रहा अहम मुद्दा
शुक्रवार को होने वाले सर्वदलीय बैठक के दौरान पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति पर भी चर्चा की गयी. विपक्षी दलों ने राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के समक्ष चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संबंधी कई प्रश्न रखे. मसलन माओवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षा की स्थिति कैसी रहेगी व जहां राजनीतिक हिंसा की घटनाएं ज्यादा हुईं हैं वहां चुनाव के दौरान कैसी व्यवस्था होगी? वामपंथी नेताओं ने कहा कि नंदीग्राम कांड के आरोपी पुलिस कर्मियों को पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कार्यो में सम्मिलित नहीं किये जाने चाहिए.
साथ ही पश्चिम मेदिनीपुर में माओवाद की समस्या अभी भी बरकरार है. उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ने का आरोप लगाया. इधर कांग्रेस की ओर से भी पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण कराये जाने पर जोर दिया.
सत्तारूढ़ दल ने भी दागे तोप
सर्वदलीय बैठक के दौरान तृणमूल सरकार के प्रतिनिधियों ने भी विपक्षी दलों को जम कर घेरा. पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा संबंधी मसले पर उनकी ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य के कानून-व्यवस्था की हालत काफी सुधरी है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती वाम मोरचा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई थी. राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि पहले भी राज्य में पंचायत चुनाव हुए हैं लेकिन इस बार और चुनाव के दौरान व्यवस्था और बेहतर होगी. तीसरे चरण के मतदान को लेकर उभरे मतभेद को लेकर श्री मुखर्जी ने कहा कि रथयात्रा के लिए सार्वजनिक तौर पर छुट्टी नहीं दी जाती है. अत: इस दिन मतदान होगा.