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कामदुनी कांड :सभी दोषियों को हो फांसी
फैसले का विरोधी दलों ने किया स्वागत, कहा कोलकाता : उत्तर 24 परगना के कामदुनी में कॉलेज छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में अदालत ने शनिवार को दोषी सैफुल अली, अंसार अली और अमीन अली को फांसी की सजा और भोला नस्कर, इमानुल इसलाम और अमीनुर इसलाम को आजीवन कारावास की […]
फैसले का विरोधी दलों ने किया स्वागत, कहा
कोलकाता : उत्तर 24 परगना के कामदुनी में कॉलेज छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में अदालत ने शनिवार को दोषी सैफुल अली, अंसार अली और अमीन अली को फांसी की सजा और भोला नस्कर, इमानुल इसलाम और अमीनुर इसलाम को आजीवन कारावास की सजा सुनायी. इससे पहले विगत गुरुवार को दो आरोपी रफीकुल इसलाम और नूर अली बरी कर दिये गये थे. कामदुनी कांड के दोषियों की सजा तय किये जाने के फैसले का वाम मोरचा के नेताओं स्वागत किया, जबकि कुछ ने इस मामले के सभी दोषियों को फांसी दिये जाने की भी मांग की है.
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
कामदुनी कांड के दोषियों की आखिरकार सजा तय कर दी गयी. मामले के दो आरोपियों के बरी हो जानेे से यह फैसला जैसे पूरी तरह से संपूर्ण नहीं हो पाया है. कामदुनी कांड की जांच में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. कामदुनी कांड के दोषियों को सजा िमलना घटना का विरोध करनेवाले लोगों की जीत है.
डॉ सूर्यकांत मिश्रा
माकपा के राज्य सचिव
सजा तय करने में हुई देर
कामदुनी कांड के दोषियों को सजा तय करने में काफी देरी हुई. हालांकि दो आरोपियों के बरी किये जाना, पुलिस की जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़ा कर रहा है. कामदुनी कांड का विरोध करनेवाले तमाम लोगों की सुरक्षा अहम है. उनकी सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार को ध्यान देना होगा, क्योंिक कथित तौर पर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को अदालत परिसर में धमकी दी गयी थी.
रॉबिन देव, माकपा नेता
सफल रही लोगों की लड़ाई
कामदुनी की घटना पर अदालत के फैसले का कांग्रेस स्वागत करती है. यह कामदुनीवासियों की जीत है. इस मामले में कामदुनी के लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी और अंत में उन्हें कामयाबी िमली. हालांिक जो दो लोग बरी हुए हैं, यह प्रशासन की नाकामी का नतीजा है. खुले अपराधियों का यूं छूट जाना, सभी के िलए डर का विषय है. इस पर ध्यान देना होगा.
अधीर चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
कामदुनी कांड के सभी दोषियों को फांसी की सजा सुनायी जानी चाहिए. ऐसी घटना की जितनी निंदा की जाये, कम है. ऐसी घटनाओं का विरोध राज्यवासी लगातार करेंगे.
सोमेन बसु , एसयूसीआइ के राज्य सचिव
कामदुनी कांड के दोषियों की सजा तय किया जाना स्वागत योग्य कदम है. यह कामदुनी के लोगों की जीत है. हालांकि इस मामले में दो आरोपियों का बरी करार दिये जाने से फैसला जैसे अधूरा रह गया है. ऐसी घटनाओं का राज्य में विरोध जारी रहेगा.
ऋतुव्रत बनर्जी, सांसद
कामदुनी की घटना पर अदालत के फैसला स्वागतयोग्य है. जो दो लोग बरी हुए हैं, वह पुलिस की जांच की नाकामी का नतीजा है.
कार्तिक पाल , भाकपा-माले
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