कोलकाता: नरेन्द्र मोदी को सांप्रदायिक एवं कारपोरेट ताकतों का प्रतिनिधि करार देते हुए माकपा के महासचिव प्रकाश करात ने आज कहा कि वामपंथी दल ‘‘धर्मनिरपेक्ष विकल्प’’ के लिए लड़ेंगे.
माकपा के महासचिव ने कहा कि वामपंथी एवं अन्य क्षेत्रीय दलों की तरफ से आयोजित सम्मेलन में निर्णय किया गया था कि किसी भी कीमत पर सांप्रदायिक ताकतों को रोका जाए और धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक ताकतों को एक छतरी के नीचे लाया जाए.
करात ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी को भाजपा अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रुप में पेश कर रही है. यह नरेन्द्र मोदी कौन है? यह वही मोदी है जिसे आरएसएस का समर्थन है जो बाबरी मस्जिद विध्वंस में संलिप्त थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोदी को कारपोरेट घरानों का समर्थन भी हासिल है और वह सांप्रदायिक एवं बड़ी कारपोरेट ताकतों के प्रतिनिधि हैं.’’
गुजरात के विकास मॉडल की खिल्ली उड़ाते हुए करात ने कहा, ‘‘गुजरात मॉडल वह मॉडल है जो हमें 2002 में राज्य में हजारों अल्पसंख्यकों के नरसंहार की याद दिलाता है.’’केंद्र के कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर ‘‘नवउदारवादी’’ नीतियां अपनाने के लिए बरसते हुए करात ने इस पर मूल्य वृद्धि और मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने में विफल रहने का आरोप लगाया.