कोलकाता. देश की राजधानी नयी दिल्ली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पार्टी से कई महीनों दूरी बना कर रखनेवाले सांसद मुकुल राय की मुलाकात ने राज्य में राजनीतिक सरगरमी को तेज कर दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर मुकुल राय के फिर से तृणमूल कांग्रेस के खेमे में शामिल होने की संभावनाएं तेज […]
कोलकाता. देश की राजधानी नयी दिल्ली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पार्टी से कई महीनों दूरी बना कर रखनेवाले सांसद मुकुल राय की मुलाकात ने राज्य में राजनीतिक सरगरमी को तेज कर दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर मुकुल राय के फिर से तृणमूल कांग्रेस के खेमे में शामिल होने की संभावनाएं तेज हो गयी है.
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं सांसद मुकुल राय को फिर से पहले जैसा पार्टी के लिए कार्य करने का आग्रह किया. बुधवार की रात को सांसद अभिषेक बनर्जी के दिल्ली स्थित फ्लैट में रात्रि भोजन करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काफी समय तक एकांत में मुकुल राय से बातचीत की. उन दोनों के बीच विभिन्न विषयोें को लेकर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने मुकुल राय से पार्टी के सभी कार्यों से खुद को जोड़ते हुए कार्य करने का परामर्श दिया. अब इस बैठक को लेकर विरोधी पार्टियों के साथ ही तृणमूल कांग्रेस के अंदर भी शोर-गुल शुरू हो गया है.
वहीं, मुकुल राय के पुत्र विधायक शुभ्राांशु राय ने कहा कि अगर उनके पिताजी फिर से पहले से भी अधिक योगदान देते हुए पार्टी के लिए कार्य करते हैं तो उनको बहुत खुशी होगी. उनके पिताजी हमेशा ही मुख्यमंत्री के संपर्क में रहे थे, हैं और आगे भी उनसे संपर्क बनाये रखेंगे. अब पिताजी अगर पार्टी के लिए और बढ़-चढ़ कर कार्य करते हैं तो इससे उनको बहुत खुशी होगी.
तृणमूल का सांसद हूं, सुप्रीमो बुलायेंगी तो मिलने जाऊंगा ही : मुकुल
मैं तृणमूल कांग्रेस का सांसद हूं और वह हमारी पार्टी सुप्रीमो हैं. अगर पार्टी सुप्रीमो मुझे बुलायेंगी तो उनके साथ बात तो होगी ही. बुधवार की रात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक करने के बाद उठी अटकलों पर जवाब देते हुए सांसद मुकुल राय ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है और तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं. मुख्यमंत्री के साथ हुई मुलाकात के संबंध में उन्होंने कहा कि सेंट्रल हॉल ऐसा जगह है, जहां सबसे मुलाकात हो जाती है.
ममता बनर्जी को देखने के बाद मैंने उनसे पूछा कि आप कैसी हैं, उन्होंने जवाब दिया कि अच्छी हूं. रात को उनसे मिलने के लिए उनके फ्लैट में गया था. उनसे काफी समय तक बातचीत हुई. अभी मैंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है और न ही तृणमूल कांग्रेस ने उनको भगाया है. स्वाभाविक बात है कि कोई अगर निमंत्रण देता है तो उनके घर जाता हूं. मैं राजनीतिक पार्टी का सदस्य हूं और किसी से मिलने जाऊंगा तो वहां राजनीति संबंधी बातें होंगी ही. सिर्फ यही नहीं, ममता बनर्जी तो उनकी पार्टी की नेत्री हैं और मैं तृणमूल कांग्रेस का सांसद. मैंने पार्टी नहीं छोड़ी है और पार्टी प्रमुख ने बुलाया है, इसलिए उनसे बात हुई है. पार्टी में फिर से सक्रिय भूमिका से कार्य करेंगे या नहीं, इसका उन्होंने जवाब नहीं दिया.