कोलकाता : देश में भाजपा की ओर से सांप्रदायिकता व असहिष्णुता का माहौल फैलाने और राज्य में तृणमूल कांग्रेस द्वारा लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किये जाने के आरोप में वामपंथी श्रमिक संगठनों की ओर से देशव्यापी आंदोलन शनिवार से शुरू होगा. इस बात की घोषणा सीटू व माकपा नेता श्यामल चक्रवर्ती ने की.
शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान चक्रवर्ती ने कहा कि पूरे देश में असहिष्णुता के माहौल को लेकर बुद्धिजीवी, कलाकार व अन्य विशिष्ट लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. इस विरोध का समर्थन वाम श्रमिक संगठनों ने भी किया है. केवल इतना ही नहीं लोगों का विरोध भाजपा नीत केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ भी उभर रहा है. आरोप के अनुसार भाजपा के सत्ता में आने के बाद देश के लोगों पर केवल आर्थिक बोझ ही बढ़ाया गया है. जो अभी भी जारी है. अत: केंद्र सरकार की नीतियों के विरूद्ध चलाये जाने वाले आंदोलन में तमाम लोगों को शामिल होने का आह्वान भी किया गया है. इधर करीब 113 वामपंथी संगठनों के योग से बनाये गये बंगाल प्लेटफार्म ऑफ मास आर्गेनाइजेशन (बीपीएमओ) के बैनर तले राज्यव्यापी आंदोलन की रूपरेखा भी तय कर ली गयी है.
आरोप के अनुसार सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस द्वारा राज्य में फैलाये जाने वाले असहिष्णुता के माहौल, महंगाई व अन्य समस्याओं के खिलाफ बीपीएमओ की ओर से 14 नवंबर से 30 नवंबर तक राज्य में लगातार आंदोलन किया जायेगा. आंदोलन के तहत विरोध रैली व सभा का आयोजन किया जायेगा. राज्य में फैली अराजक स्थिति के खिलाफ बूथ स्तर पर प्रचार अभियान चलाया जा रहा है और आगे भी चलाया जायेगा.
चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि कई बूथों के इलाकों में पर वाम संगठनों को उपरोक्त मुद्दों के खिलाफ प्रचार अभियान चलाने में बाधा भी दी गयी थी. ध्यान रहे कि सांप्रदायिकता के खिलाफ आगामी छह दिसंबर को पूरे राज्य में वाममोरचा की ओर से विरोध रैली व सभा का भी आयोजन किया जायेगा.