कोलकाता: भारत-बांग्लादेश की सीमा पेट्रापोल पर अटारी व बाघा की बुधवार को रिट्रीट समारोह का उदघाटन केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे करेंगे. इस अवसर पर बांग्लादेश के गृह मंत्री भी उपस्थित रहेंगे. यह रिट्रीट बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) तथा बीजीबी (बोर्डर गार्ड बांग्लादेश) के मध्य शुरू होगा. इस रिट्रीट समारोह के दौरान सूर्यास्त के समय एक शानदार ड्रिल का प्रदर्शन दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों द्वारा राष्ट्र ध्वज के सम्मान में किया जायेगा. दोनों देशों के गृह मंत्री के अतिरिक्त बीएसएफ के महानिदेशक सुभाष जोशी व बांग्लादेश के गृह मंत्री व बीजीबी महानिदेशक इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.
पहले दो अक्तूबर को शुरू होनेवाला था
उल्लेखनीय है कि यह समारोह दो अक्तूबर को गांधी जयंती के अवसर पर शुरू होने वाला था, लेकिन दोनों देशों के अधिकारियों की अनुपलब्धता के कारण समारोह रद्द कर दिया गया था.
सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर
सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी क्षेत्र) बीडी शर्मा ने बताया कि पेट्रोपोल रिट्रीट में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर दिया जायेगा. इसमें बाघा सीमा की तरह पेट्रोपोल में भारत व बांग्लादेश के जवानों के बीच तनातनी नहीं होंगी. सीमा पर अब गोलियों की आवाज ही नहीं, बल्कि रवींद्र संगीत और नजरूल गीत भी गूजेंगे. दोनों देशों के स्कूलों के बच्चे कार्यक्रम पेश करेंगे. रिट्रीट समारोह के दौरान झंडा उतारने की कार्यवाही सूर्यास्त से पहले ही की जायेगी. दोनों देशों के 20-20 जवानों का दल जीरो लाइन पर स्थित गेट तक मार्च करेगा और गेट को खोलेगा और अगले आधे घंटे तक नजरूल एवं रवींद्र संगीत की मधुर धुनों से शाम का समा गुंजेगा और मौसम को सुहावना बनायेगा. इस कार्यक्र म के बाद दोनों देशो के सीमा सुरक्षा बल के सदस्य आपस में हाथ मिलायेंगे और वापस अपनी जगह पर चले जायेंगे.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि श्री शिंदे अपने बांग्लादेशी समकक्ष मुहीद्दीन खान आलमगीर के साथ बुधवार को पेट्रापोल-बेनापोल चौकी पर आयेंगे. उन्होंने कहा कि बीएसएफ के महानिदेशक व उनके बांग्लादेशी समकक्ष भी वहां मौजूद रहेंगे. बाघा सीमा की तरह पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा दोनों राज्यों में समारोहों की योजनाएं हैं लेकिन इसमें अंतर यह होगा कि मूल रूप से यह सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसमें रवींद्रनाथ टैगोर और कवि नजरुल इसलाम के गीतों का गायन होगा. पंजाब में बाघा में होने वाले बीटिंग रिटरीट समारोह में दोनों देशों के जवान परेड करते हैं. इसे हर दिन सैंकड़ों पर्यटक देखते हैं. पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा सीमा पर होने वाले इन कार्यक्रमों की ओर स्थानीय नागरिकों और स्कूली बच्चों के आकर्षित होने की संभावना है.