कोलकाता. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भले ही बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार का समर्थन किया हो और जीत के बाद नीतीश कुमार को बधाई भी दी हो, लेकिन जनता दल (यूनाइटेड) की बंगाल इकाई राज्य में तृणमूल सरकार के खिलाफ है.
जनता दल (यूनाइटेड) माकपा व तृणमूल के खिलाफ पूर्व मंत्री व माकपा के बहिष्कृत नेता अब्दुर रज्जाक मोल्ला के गणफ्रंट में शामिल है और माकपा व तृणमूल के खिलाफ सड़क पर भी उतर चुका है. प्रदेश जदयू अध्यक्ष अमिताभ दत्ता ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव की जीत के लिए वह नीतीश कुमार को बधाई देते हैं.
बिहार में जदयू, राजद और कांग्रेस की यह जीत ऐतिहासिक है तथा भाजपा को करारी हार मिली है. यह पूछे जाने पर क्या बंगाल विधानसभा चुनाव पर इसका प्रभाव पड़ेगा, उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल में पहले ही अपनी हार स्वीकार कर चुकी है, हाल में भाजपा के सांसद बाबुल सुप्रियो और केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्रा के बयान से यह साफ हो गया है.
सारधा मामले में सीबीआइ की जांच में नरमी भी इसका संकेत है. हालांकि बंगाल विधानसभा चुनाव में गंठबंधन का कोई फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व लेगा, लेकिन प्रदेश जदयू का मानना है कि साढ़े चार वर्षों के तृणमूल कांग्रेस का शासन बंगाल के विकास के लिए बाधक रहा है और हानिकारक सिद्ध हुआ है. माकपा के तर्ज पर ही बंगाल में तृणमूल का शासन भी चल रहा है. वह चाहते हैं कि बंगाल में फिर से परिवर्तन हो और नयी सरकार का गठन हो.