कोलकाता. राज्य जमियत उलेमा हिंद के महासचिव सिद्दिकुल्ला चौधुरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा की, जबकि तृणमूल के असंतुष्ट सांसद मुकुल राय को खारिज कर दिया. शुक्रवार को कलकत्ता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिद्दिकुल्ला चौधुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें फोन किया था और सांप्रदायिकता के खिलाफ साथ मिल कर काम करने के लिए कहा था, ताकि वे लोग मिल कर आपस में अच्छा काम कर सकें. 26 नवंबर को असहिष्णुता के खिलाफ शहीद मीनार में उनलोगों की सभा है. उस सभा में अपनी रणनीति तय करेंगे, हालांकि जमियत उलेमा एक सामाजिक संगठन रहा है, लेकिन इसके नेतृत्व राजनीतिक दलों से जुड़े रहे हैं.
मुकुल राय द्वारा प्रस्तावित पार्टी बनाये जाने के संबंध में पूछे जाने पर सिद्दिकुल्ला चौधुरी ने कहा कि मुकुल राय का खुद का अस्तित्व नहीं है. प्रणव मुखर्जी और सोमेन मित्रा अकेले चुनाव नहीं जीत पाये थे. ऐसी स्थिति में मुकुल राय तो ममता की छाया में बड़े हुए हैं. उनसे क्या उम्मीद की जाये.
वाममोरचा के संबंध में सिद्दिकुल्ला चौधुरी ने कहा कि वाममोरचा अहंकार का शिकार है. वह यह आशा कर रहा है कि तृणमूल कांग्रेस दुर्बल होगा, तो वे अपना रास्ता बनायेंगे, जबकि पूर्व में कभी भी बंगाल का इतिहास ऐसा नहीं रहा है.
मदरसा के एमएसके के शिक्षकों के अनशन के संबंध में सिद्दिकुल्ला चौधुरी ने कहा कि वे लोग 39 दिनों से अनशन कर रहे हैं, वे लोग आंदोलन का समर्थन करते हैं, लेकिन अनशन का नहीं. वह चाहते हैं कि शिक्षक शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम के साथ बातचीत कर समस्या का समाधान करें.