कोलकाता: शहरी गरीबों को आवास उपलब्ध कराने के लिए चलाया जा रहा राजीव गांधी आवास योजना एवं बीएसयूपी परियोजनाओं को सफल बनाने के लिए कोलकाता नगर निगम शहर में एक स्थायी पुनर्वास परिसर तैयार करेगा, जिसके लिए शहर भर में जगह तलाश की जा रही है. निगम के मासिक अधिवेशन में विपक्ष द्वारा गरीबों को आवास उपलब्ध कराये जाने के बारे में पूछे जाने पर विभागीय मेयर परिषद सदस्य स्वपन समद्दार ने बताया कि आवासीय परियोजनाओं के राह में सबसे बड़ा रोड़ा जमीन की दिक्कत एवं पुनर्वास की व्यवस्था की कमी है.
अतीत में जमीन चिंहित किये बगैर ही कई आवासीय परियोजनाओं का एलान कर दिया गया, जिसके कारण यह परियोजनायें आज भी अधर में लटकी हुई हैं. आवास तैयार करने के लिए बस्ती वासियों को किसी जगह पर पुनर्वास करना भी एक टेढ़ी खीर है. जिसके लिए हम लोग एक स्थायी पुनर्वास परिसर तैयार करना चाहते हैं.
श्री समद्दार ने कहा कि जमीन चिंहित किये बगैर हम लोग कही भी काम शुरू नहीं करेंगे. गरीबों को आवास उपलब्ध कराने के लिए शहर के कई इलाकों में जमीन तलाश की जा रही है. वार्ड नंबर 57 एवं कैनल वेस्ट रोड में जमीन के दो प्लॉट मिले हैं, जिन पर जल्द ही काम शुरू किया जायेगा.