कोलकाता. सुनपेड में दलित परिवार को जिंदा जलाये जाने की घटना पर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के कथित विवादास्पद बयान पर विरोध बढ़ता ही जा रहा है. यही वजह है कि रविवार को कोलकाता पहुंचे केंद्रीय मंत्री को एयरपोर्ट के बाहर ही विरोध का सामना करना पड़ा. मोदी सरकार के मंत्री जनरल वीके सिंह को कोलकाता एयरपोर्ट के बाहर माकपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाया और उनके समक्ष विरोध प्रदर्शन किया.
इस क्रम में केंद्रीय मंत्री से इस्तीफे की मांग की गयी. माकपा नेता व कार्यकर्ता हरियाणा के सुनपेड गांव में दो दलित बच्चों की मौत से संबंधित सिंह के एक बयान का विरोध कर रहे थे जिसमें कथित तौर पर उन्होंने कहा था कि हर घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए, अगर कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो क्या इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी?
वामो का विरोध रहेगा जारी
वीके सिंह के महानगर दौरे और उनके कथित विवादास्पद बयान के विरोध में वाममोरचा कोलकाता जिला कमेटी की ओर से महानगर में विरोध प्रदर्शन व धिक्कार सभा का आयोजन किया गया. धर्मतल्ला के वाइ चैनल के निकट वामपंथियों ने वीके सिंह का पुतला फूंका और उनके इस्तीफे की मांग दोहरायी.
इस मौके पर माकपा नेता अनादि साहू, निरंजन चटर्जी, फारवर्ड ब्लॉक के देवव्रत राय समेत अन्य वामपंथी नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे. अनादि साहू ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार की सटीक नीतियों के अभाव में देश के कई इलाकों में सांप्रदायिक हिंसक घटनाएं हुईं. उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा के सुनपेड में हुई घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री का कथित बयान काफी भड़काउ है. ऐसी राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. वामपंथी ऐसी घटनाओं का विरोध लगातार करेंगे.
राजभवन के समक्ष प्रदर्शन : राजभवन के बाहर भी वीके सिंह को विरोध का सामना करना पड़ा. यहां सामाजिक न्यायविचार मंच के कार्यकर्ताओं ने मंत्री के वाहन को घेर उनके बयान के खिलाफ नारेबाजी की. महिला कार्यकर्ता राजभवन द्वार के समक्ष गोल घेरा बनाकर सड़क पर बैठ गयी. काफी मशक्कत के बाद पुलिस स्थिति नियंत्रित कर पायी.