कोलकाता : राज्य सरकार की नयी चाय पर्यटन नीति से चाय बागान मालिक उत्साहित नहीं हैं. उनका दावा है कि यह नीति न तो व्यावहारिक है और न ही पहले से मौजूद नीति से कुछ ज्यादा अलग है.
दाजिर्लिंग चाय संघ के अध्यक्ष एसएस बगड़िया का कहना है कि नयी नीति ने कोई खास रुचि पैदा नहीं की है क्योंकि यह व्यावहारिक नहीं है और इसलिए हम इसे लेकर बहुत आशावान नहीं है. उन्होंने कहा कि वाममोरचा सरकार के समय भी एक नीति थी और जिन लोगों ने आवेदन किया है उन्हें दो–तीन साल में भी मंजूरी नहीं मिली.
श्री बगड़िया ने कहा कि जब तक सरकार निश्चित समय सीमा में मंजूरी देने की पेशकश नहीं करती तब तक सभी कोशिशें बेकार हैं क्योंकि इस दौरान जिस प्रक्रिया का पालन करना होता है वह उपयोगकर्ताओं के अनुकूल नहीं है.
इस बीच, राज्य पर्यटन विभाग जलपाईगुड़ी जिले के मैनागुड़ी के निकट सायली में एक बड़ी चाय पर्यटन परियोजना शुरू करने वाला है. राज्य पर्यटन सचिव विक्रम सेन ने कहा था यह परियोजना 90 एकड़ से अधिक जमीन में फैली होगी और 12 चाय बागानों के बीच स्थित होगी.