कोलकाता: वाममोरचा कोलकाता जिला कमेटी की ओर से गुरुवार को ‘लालबाजार चलो’ अभियान के दौरान वामपंथी नेताओं व कार्यकर्ताओं पर पुलिस के लाठीचार्ज की घटना की वामपंथी दलों ने जमकर निंदा की है. उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
साथ ही पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल भी उठाये हैं. वामपंथी दलों के नेताओं ने सवाल किया है कि लाठीचार्ज की बजाय पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए आंसूगैस व जल कमान का प्रयोग क्यों नहीं किया? एसयूसीआइ राज्य कमेटी के सचिव सोमेन बसु ने कहा कि पार्टी, वाममोरचा के लालबाजार अभियान के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करती है. महिलाओं और वृद्धों को भी नहीं बख्शा गया.
लोकतांत्रिक देश में ऐसी बर्बरता सत्तारूढ़ दल के रवैये को दर्शाती है. ऐसी घटना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. प्रदेश एटक के सचिव व परिवहन संगठन के आला नेता नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी घटना काफी शर्मनाक है. राज्य के लोकतंत्र पर जैसे खतरा बना हुआ है. आलम यह है कि लोगों को अब अपनी बात रखने व समस्याओं के खिलाफ अावाज उठाने की सजा भुगतनी पड़ रही है. ऐसी बर्बरता के बावजूद वामपंथियों के आंदोलन को रोका नहीं जा सकता है. चाहे बल ही क्यों न प्रयोग किया जाये. भाकपा (माले) के आला नेता बासुदेव बसु ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सीटू के आला नेता दीपक दासगुप्ता समेत कई आला नेता व कार्यकर्ता घटना के दौरान घायल हो गये. ऐसी घटनाओं को कभी स्वीकारा नहीं जा सकता है. दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की उन्होंने मांग की है. माकपा के आला नेता राॅबिन देव ने लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि इस घटना के लिए राज्य सरकार की नीतियां जिम्मेवार हैं.
लालबाजार अिभयान के तहत शहर के िवभिन्न जगहों से जुलूस िनकाला गया. एक जुलूस का नेतृत्व माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत िमश्र ने किया. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन करने की कोशिश की जा रही है. जुलूस में उनके साथ माकपा के अन्य नेताओं के अलावा फॉरवर्ड ब्लॉक युवा लीग के नेता श्रीकांत सोनकर, समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव श्यामधर पांडेय व अन्य शामिल थे.