कोलकाता. सारधा चिटफंड घोटाले में सुदीप्त सेन ने जेल में पूछताछ के दौरान इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (इडी) के अधिकारियों को पत्र के जरिये कई लोगों के नाम बताये है. इडी सूत्रों के मुताबिक सुदीप्त सेन के इस पत्र में राज्य के कई मंत्री, नेता व पुलिस कर्मियों के नाम शामिल है, जो सारधा से लाभान्वित हुए थे.
सुदीप्त सेन के इस पत्र से सारधा मामले की जांच में एक बार फिर नया मोड़ आता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक अब तक तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष द्वारा राज्य के सत्ताधारी लोगों का इसमें जुड़े होने के आरोप लगाने बाद अब सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन भी पत्र में कुछ ऐसा खुलासा किये है. इससे पहले सुदीप्त अपना बयान मौखिक तौर पर दर्ज कराते रहे हैं, लेकिन हाल ही में जेल में पूछताछ के दौरान उन्होने अपने बयान को लिखित तौर पर इडी अधिकारियों के हवाले किया है. इडी सूत्र बताते है कि इस मामले में पेश की जानेवाली चाजर्शीट में इसका उल्लेख किया जायेगा.
ज्ञात हो कि सारधा घोटाले में एक अहम कड़ी व निलंबित सांसद कुणाल घोष कई बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा चुके है. कुणाल ने अपने आरोप में यह भी कहा था कि ममता बनर्जी और सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन को एक-दूसरे के सामने बिठाकर पूछताछ की जाए तो सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जाएगी. हालांकि तब तृणमूल की ओर से प्रदेश महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा था कि कुणाल घोष मुख्यमंत्री का नाम सिर्फ सजा के डर से ले रहे हैं और आरोप गलत और मनगढ़ंत हैं.