कोलकाता : तृणमूल महासचिव व राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने माकपा नेता व राज्य के पूर्व वित्त मंत्री असीम दासगुप्ता पर पलटवार किया है. श्री दासगुप्ता ने सारधा कांड के सिलसिले में पीड़ितों को रुपये सरकार की ओर से देने के तरीके और मामले की जांच की प्रक्रिया पर सवाल उठाया था.
श्री चटर्जी ने कहा है कि माकपा को सारधा पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए. उनके शासनकाल में कई चिटफंड कंपनियां जन्मीं, जिसमें लाखों लोगों ने पैसे गंवाये हैं. उस बावत माकपा क्यों चुप है.
श्री दासगुप्ता 1980 से अब तक क्यों खामोश रहे. अब जाकर वह इन बातों पर अपनी जुबान खोल रहे हैं.
वह सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन पहले वह खुद सीबीआइ से इसकी जांच क्यों नहीं कराये. संचयिता का पैसा क्यों नहीं जनता को लौटाया गया. वर्तमान राज्य सरकार अपनी सीमित क्षमता के तहत जितना हो सकता है वह कर रही है. इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा. यदि माकपा का भी इसमें हाथ है तो उसे भी नहीं छोड़ा जायेगा. कानून अपना काम करेगा.