कोलकाता: उच्चतम न्यायालय द्वारा मतदाताओं को चुनाव में सभी प्रत्याशियों को खारिज करने का अधिकार दिये जाने के ऐतिहासिक फैसले को आज लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने अव्यावहारिक करार दिया जबकि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सौगत राय ने इसका स्वागत किया.
सोमनाथ ने इस फैसले पर हैरत जताते हुए कहा : मुङो लगता है कि यह अव्यावहारिक है. यदि 20 चुनाव क्षेत्रों में भी नकारात्मक मतदान करते हुए चुनाव में खड़े सभी प्रत्याशियों को खारिज कर दिया गया तो क्या होगा. संसद का गठन कैसे किया गया जायेगा और सरकार कैसे बनेगी. उन्होंने संवाददाताओं से यहां कहा, : मुङो नहीं लगता कि उच्चतम न्यायालय के पास कानून बनाने का कोई अधिकार है. उच्चतम न्यायालय ने निर्णय दिया है. इसका सम्मान किया जाना चाहिए. एक नागरिक के तौर पर मुङो नहीं लगता कि यह आवश्यक है.
कोई उम्मीदवार पसंद नहीं, विकल्प की जरूरत नहीं : सुब्रत
वरिष्ठ तृणमूल नेता व राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले कि चुनाव में ‘कोई उम्मीदवार पसंद नहीं’ के विकल्प भी इवीएम में होना चाहिए, पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. श्री मुखर्जी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यदि किसी को चुनाव में खड़े होनेवाले कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं है तो वह मतदान करने ही नहीं जायेगा. इस विकल्प को रखने की जरूरत नहीं दिखती.