कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी का हर सदस्य अनुशासन का पालन करने को बाध्य है और कुणाल घोष, शताब्दी राय और तपस पाल जैसे सांसद यदि नाखुश हैं तो वे पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं.
इन तीन सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के संबंध में त्रिवेदी ने कहा, ‘‘एक लक्ष्मण रेखा होती है जिसे किसी को भी पार नहीं करना चाहिए. जो कुछ चल रहा है, वह यदि आपको पसंद नहीं है तो आप :पार्टी : छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं. किसी ने आपको :पार्टी में: बने रहने के लिए बाध्य नहीं किया है.’‘उन्होंने कहा कि बतौर पार्टी सदस्य सभी की अनुशासन का पालन करने की जिम्मेदारी है और यदि उनके पास कोई मुद्दा है तो उसे पार्टी के अंदर सुलझाया जा सकता है.
त्रिवेदी ने कहा, ‘‘तृणमूल एक ऐसी पार्टी है जहां हर व्यक्ति अपने मन की बात कह सकता है. वहां शिकायत करने की भी आजादी है.’‘ पिछले साल रेल मंत्री रहने के दौरा किराये बढ़ाने पर स्वंय त्रिवेदी का भी पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से अनबन हो गया था.
कुणाल घोष, शताब्दी राय और तपस पाल ने पिछले सप्ताह बागी पार्टी विधायक शिखा मित्र के साथ मंच साझा किया था और पार्टी विरोधी अपने बयान से नेतृत्व को नाराज कर दिया.