गौरतलब है कि राज्य सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग -34 के समानांतर एक और राजमार्ग बनाने का फैसला किया था. इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्व मेदिनीपुर से लेकर मुर्शिदाबाद तक करीब 231 किमी लंबा नार्थ साउथ कॉरिडोर बनाने की योजना बनायी है, जो छह जिलों को जोड़ेगी. राज्य सरकार के इस प्रोजेक्ट को एडीबी ने स्वीकार कर लिया है और 500 मिलियन डॉलर देने का फैसला किया है, जो कि एडीबी द्वारा किसी एकलौते प्रोजेक्ट के लिए दिये जानेवाला सबसे अधिक फंड है.
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सीएम के लंदन दौरे के पहले एडीबी ने की मदद की घोषणा, 500 मिलियन डॉलर देगा
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लंदन दौरे के पहले ही एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने राज्य सरकार द्वारा बनाये गये प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान करते हुए फंड मुहैया कराने की घोषणा की है. एडीबी ने राज्य में सड़क निर्माण के लिए 500 मिलियन डॉलर देने का फैसला किया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने […]
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लंदन दौरे के पहले ही एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने राज्य सरकार द्वारा बनाये गये प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान करते हुए फंड मुहैया कराने की घोषणा की है. एडीबी ने राज्य में सड़क निर्माण के लिए 500 मिलियन डॉलर देने का फैसला किया है.
इस संबंध में पश्चिम बंगाल राजमार्ग विकास कॉरपोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस योजना का अनुमानित खर्च करीब 4696 करोड़ रुपये है. यह कॉरिडोर बनने से राज्य से उत्तर पूर्व राज्यों में जाना काफी आसान हो जायेगा. लोगों को सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर आश्रित नहीं होना पड़ेगा. हल्दिया व पारादीप से भूटान, नेपाल के बीच यातायात व्यवस्था और बेहतर हो जायेगा.
कॉरिडोर के बारे में
प्लान के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग 3 के समानांतर इस कॉरिडोर का निर्माण किया जायेगा, जो छह जिलों से होकर गुजरेगा और इससे राज्य के 40 प्रतिशत लोगों को फायदा होगा. यह पूर्व मेदिनीपुर जिले के हल्दिया से मेचोग्राम से मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर तक बनेगा. यह राजमार्ग एनएच-2, एनएच-6, एनएच-60 व एनएच-34 को भी एक दूसरे से जोड़ने का काम करेगी.
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