कोलकाता: दमदम के क्राइस्ट चर्च गल्र्स हाइस्कूल की घटना के विरोध में क्रिश्चियन स्कूल एसोसिएशन ने अपने अधीनस्थ स्कूलों को 19 सितंबर को बंद रखने का फैसला किया है. एसोसिएशन के एक प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल और कॉलेज क्राइस्ट चर्च स्कूल में उत्पात मचाये जाने के विरोध में 19 सितंबर को स्कूल बंद रखे जायेंगे. स्कूल अधिकारियों ने बिशप हाउस में एक बैठक के दौरान इस घटना और ‘‘दबाव में’’ प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किये जाने के मामले पर विचार विमर्श किया.
इस बीच छात्रों ने स्कूल को जल्द दोबारा खोलने की मांग की है, ताकि उनकी पढ़ाई और परीक्षा में रुकावट न आये. उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल में हंगामे के दौरान बहुत से जरूरी कागजात, पेपर्स, फाइलें और माध्यमिक पंजीकरण पेपर्स या तो फाड़ डाले गये या उठा लिये गये. छात्रों और अभिभावकों के एक वर्ग ने स्कूल में पठन-पाठन का माहौल फिर से कायम करने की मांग की है और कहा है कि कोई राजनीतिक दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि स्कूल में तोड़फोड़ से एक दिन पूर्व स्कूल में पांचवीं कक्षा की एक बच्ची को उसके सीनियर्स ने टॉयलेट में बंद कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गयी. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने इस घटना के विरोध में स्कूल में जमकर उत्पात मचाया था. इधर, पुलिस ने बताया कि लड़की के परिवार ने उस डॉक्टर के खिलाफ एक और मामला दर्ज कराया है, जिसके इलाज के दौरान लड़की की हालत बिगड़ी और अंतत: उसकी मौत हो गयी. स्कूल परिसर में पुलिस की भारी टुकड़ी तैनात की गयी है.
शनिवार को काले लिबास में छात्रों ने हाथों में फूल लेकर लड़की की मौत की घटना और इससे उनकी पढ़ाई में हो रहे नुकसान के विरोध में बागुईहाटी तक मौन जुलूस निकाला. जुलूस स्कूल से होते हुए बागुईहाटी के घोषपाड़ा स्थित मृत छात्र ओइंद्रिला दास के घर तक गया. छात्रओं ने वहां मोमबत्ती भी जलायी. दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने हादसे की शिकार लड़की के सीनियर छात्रों को गिरफ्तार करने की मांग की.
श्री भट्टाचार्य बागुईहाटी में मृत छात्र के घर गये और उसके परिजन को ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि ओइंद्रिला की रैगिंग करनेवाली छात्रओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि लड़की को जिस नर्सिग होम में उपचार के लिए भरती कराया गया था, वहां उसके इलाज में लापरवाही बरती गयी. श्री भट्टाचार्य ने नर्सिंग होम के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की.