गुरुवार को प्रश्नोत्तर काल के दौरान वाम मोरचा के विधायकों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का आरोप लगाते हुए अपने वक्तव्य रखने की मांग करने लगे. राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री से बयान देने की मांग की. उसके बाद विधानसभा की कार्यवाही से वॉकआउट कर गये. बाद में वाम मोरचा विधायक नजमुल हक ने आरोप लगाया कि नारायणगढ़, दुर्गापुर व सात्ताेर में वाम मोरचा के समर्थकों के साथ मारपीट की जा रही है.
उन पर हमले किये जा रहे हैं. सात्ताेर में वाम मोरचा के नेताओं पर हमले हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने सदन में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन अध्यक्ष ने इस मुद्दे को उठाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. इस कारण वे विधानसभा की कार्यवाही से वॉकआउट कर गये.