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हावड़ा में मासूम का क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी

हावड़ा: सात साल बाद शहर से फिर एक अपहृत छात्र का क्षत-विक्षत शव इलाके में ही मिलने से अफरा-तफरी मच गयी. शव इलाके के एक शौचालय के पीछे नाले के पास कूड़े में फेंका गया था. हालांकि गुरुवार रात ही एक कटा हाथ वहां मिलने से पहले से ही सनसनी फैली हुई थी. घटना की […]

हावड़ा: सात साल बाद शहर से फिर एक अपहृत छात्र का क्षत-विक्षत शव इलाके में ही मिलने से अफरा-तफरी मच गयी. शव इलाके के एक शौचालय के पीछे नाले के पास कूड़े में फेंका गया था. हालांकि गुरुवार रात ही एक कटा हाथ वहां मिलने से पहले से ही सनसनी फैली हुई थी. घटना की खबर मिलते ही पुलिस व आला अधिकारी वहां पहुंचे व शव को हटा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना शुक्रवार सुबह गोलाबाड़ी थाना अंतर्गत फकीर बागान लेन की है.

मृत छात्र का नाम विशाल शर्मा (8) है. वह सलकिया विक्रम विद्यालय में तीसरी कक्षा का छात्र था. विशाल के पिता रामविलास शर्मा का फकीर बागान के बीएल राय रोड में एक सैलून है. हत्या का आरोप रिश्तेदार रंजय ठाकुर पर है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी रंजय को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया है.

बताया जा रहा है कि आरोपी रंजय रिश्ते में राम विलास का दूर का भांजा है. अपहरण के बाद विशाल के पिता से 50 हजार रुपये फिरौती मांगी गयी थी, लेकिन फिरौती की रकम लेने कोई नहीं पहुंचा. महज 50 हजार रुपयों के लिए एक मासूम की नृशंस हत्या किये जाने को लेकर लोगों के साथ-साथ पुलिस में भी हैरानी है. सात साल पहले वर्ष 2009 में यश लाखोटिया का अपहरण कुछ इसी अंदाज में हुआ था. दो दिन बाद मासूम का शव फोरसोर रोड के किनारे एक झाड़ी से बरामद हुआ था.
दूसरा कॉल शाम छह बजे
मां सविता देवी ने बताया कि दूसरा कॉल शाम छह बजे आया. अपहरणकर्ता ने 50 हजार रुपये फिरौती मांगी. फोन करने वाले युवक ने रुपये लेकर सत्य नारायण पार्क आने को कहा. रुपये लेकर राम विलास व अन्य लोग वहां पहुंचे. साथ में पुलिस भी थी, लेकिन रुपये लेने वहां कोई नहीं पहुंचा. मां सविता देवी ने बताया कि पार्क में रंजय ठाकुर को चेहरे पर काला कपड़ा बांध कर घूमते देखा गया. पूछे जाने पर वह वहां से फौरन भाग निकला.
गुरुवार रात मिला एक हाथ
गुरुवार रात नौ बजे घर से कुछ ही दूरी पर ओड़ियापाड़ा के सनातन मिस्त्री लेन में एक कटा हाथ पाया गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने उस हाथ को वहां से हटा दिया. हाथ किसका था व किसने फेंका, इसका खुलासा नहीं हो सका.
कैसे हुआ अपहरण
बुधवार दोपहर एक बजे स्कूल में छुट्टी हो गयी. विशाल व उसकी छोटी बहन प्रियंका दोनों स्कूल से बाहर निकले. प्रियंका के अनुसार एक युवक चेहरे पर काला कपड़ा बांध कर बाहर खड़ा था. उसने विशाल को बहला-फुसला कर वहां से ले गया. प्रियंका घर पहुंची व पिता को घटना की जानकारी दी. उसी समय दोपहर के लगभग 2.30 बजे पिता के मोबाइल पर फोन आया. फोन करनेवाले युवक ने कहा कि विशाल मेरे पास है. उसे ले जाओ. इससे पहले राम विलास कुछ पूछ पाते, संपर्क टूट गया. पिता जल्द स्कूल पहुंचे, लेकिन वहां बेटे का कोई सुराग नहीं मिला. घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी.
शुक्रवार सुबह मिला छात्र का शव
शुक्रवार सुबह ओड़ियापाड़ा में नाले के पास अपार्टमेंट के लोगों ने कचड़ा फेंकते समय एक शव देखा. सिर धड़ से लगभग अलग था. एक हाथ भी नहीं था. खबर पुलिस को दी गयी. स्कूल के ड्रेस को आधार मान कर शव की शिनाख्त हुई. छाई रंग की हाफ पैंट व कमीज देखने के बाद यह तय हो गया कि शव मासूम विशाल का है.

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