– यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लिया गया फैसला
– बड़े रास्तों पर पार्किग से महानगर की रफ्तार हुई धीमी
कोलकाता : महानगर में यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाने का फैसला किया है. परिवहन मंत्री मदन मित्र ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उत्तर कोलकाता के सिंथी से लेकर दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज तक किसी भी बड़े रास्ते पर पार्किग की व्यवस्था नहीं होगी.
इन सभी रास्तों को नो पार्किग जोन के रूप में रखा जायेगा, ताकि इन रास्तों से वाहनों के आवागमन में किसी प्रकार की समस्या ना हो. उन्होंने कहा कि बड़े रास्तों पर पार्किग की वजह से महानगर की रफ्तार कम हो गयी है.
यहां वाहनों की गति इतनी धीमी हो गयी है कि जहां पहले जाने में आधे घंटे का समय लगता था, अब उसी स्थान पर पहुंचने में एक से डेढ़ घंटा का समय लग जाता है.
इन रास्तों पर नहीं होगी पार्किग
सिंथी मोड़ से लेकर टॉलीगंज तक सभी बड़े रास्तों जैसे बीटी रोड, एपीसी रोड, एजेसी बोस रोड, गरियाहाट रोड, सेंट्रल एवेन्यू, शरत बोस रोड, आशुतोष मुखर्जी रोड, जवाहर लाल नेहरू रोड जैसे रास्तों पर अब पार्किग नहीं हो पायेगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को इन पार्किग लॉटों से आमदनी होती है, लेकिन महानगर में रहनेवाले लोगों को बेहतर सेवा प्रदान करना ही राज्य सरकार का लक्ष्य है.
पार्किग से होनेवाली कमाई से राज्य सरकार को विशेष लाभ नहीं मिलता है, लेकिन अगर महानगर में यातायात व्यवस्था बेहतर हुई तो राज्य सरकार को ज्यादा फायदा होगा.
बस मालिक संगठनों का आरोप
वहीं, बस मालिक संगठनों का आरोप है कि उनके आंदोलन को कमजोर करने के लिए परिवहन मंत्री ने ऐसा फैसला लिया है. गौरतलब है कि परिवहन मंत्री ने पहले भी कहा था कि अगर बस मालिक हड़ताल पर जाते हैं तो बसों को सड़कों पर नहीं रहने देंगे, क्योंकि सड़कें राज्य सरकार के अधीन है.
इस संबंध में परिवहन मंत्री ने कहा कि सिर्फ बस ही नहीं, बल्कि सभी वाहनों की पार्किग पर रोक लगायी गयी है.