श्री भट्टाचार्य ने पार्टी द्वारा जारी एक बयान में कहा कि राजनीतिक रूप से घिर चुकी तृणमूल कांग्रेस चुनाव से पहले आतंक का राज फैलाने का प्रयास कर रही है. वाम मोरचा के समर्थक व कार्यकर्ता और जमीनी लड़ाई से जुड़े नेताओं के मन में शायद यह सवाल है कि क्या वे इस हमले का विरोध कर पायेंगे? भय और हिंसा के माहौल के बीच वामपंथियों को आगे की लड़ाई जारी रखनी होगी. महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि केवल वाम मोरचा और माकपा ही खड़ी हो सकती है और यह सुनिश्चित कर सकती है कि हर मतदाता अपना वोट डाल पाये.
उन्होंने वाम मोरचा के कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने के लिए स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण कराने की अपील की, ताकि कोलकाता नगर निगम चुनाव के लिए स्वतंत्र व निष्पक्ष मतदान हो. पूर्व मुख्यमंत्री ने तृणमूल पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि हम स्थिति उनके हाथों में नहीं जाने देंगे. यदि जरूरत पड़ी, तो तमाम वामपंथी एकजुट होकर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि वह चुनाव के नतीजे को लेकर वे आशावान हैं.