पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवि महापात्र ने बताया कि महाप्रबंधक ने संबंधित अधिकारियों से मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वे जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपे. इसके साथ ही उन्होंने इसमें दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है.
कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की याद में इस ट्रेन को तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने 9 मई, 2010 को हरी झंडी दिखाकर हावड़ा स्टेशन के पास स्थित रेल संग्रहालय से रवाना किया था. पांच डब्बों वाली संस्कृति एक्सप्रेस सालभर देश भर के प्रमुख 100 स्टेशनों का भ्रमण करने के बाद 8 मई, 2011 को हावड़ा लौटी. बाद में उसे लिलुआ वर्कशॉप में रख दिया गया था. तभी से यह ट्रेन वर्कशॉप में पड़ी थी. लिलुआ वर्कशॉप से ही ट्रेन के उपकरण गायब होने की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि यह जांच का विषय है.