कोलकाता: राज्य में पर्यटन उद्योग का विकास करने के लिए सरकार ने अब यहां के प्राकृतिक दृश्यों का व्यवसायीकरण करने की योजना बनायी है. राज्य के जंगली क्षेत्रों में ही अभयारण्य बनाने की योजना बनायी गयी है, जिससे जंगली जानवरों को जंगल के बाहर ले जाये बिना आमदनी की जा सके. इससे जानवरों को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा और साथ ही पर्यटन विभाग का भी विकास होगा. राज्य सरकार की ओर से सुंदरवन के झड़खाली में सैटेलाइट जू व उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी के पास स्थित महानंदा जंगल में वाइल्ड लाइफ के प्रेमियों के लिए महानंदा वाइल्ड लाइफ अभयारण्य बनाने की योजना बनायी गयी है.
इस संबंध में वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुंदरवन के झड़खाली में भी राज्य सरकार द्वारा एक सैटेलाइट जू का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है. वहां चिड़ियाघर बनने से अलीपुर चिड़ियाघर में लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को कम किया जा सकेगा और साथ ही जंगली जानवरों को पिंजड़े के बजाय प्राकृतिक जंगलों में रहने का मौका मिलेगा. सुंदरवन के करीब 100 एकड़ जमीन पर इस चिड़ियाघर का निर्माण किया जा रहा है, जिसका 70 फीसदी काम लगभग पूरा हो चुका है. इस योजना पर करीब 60 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं.
राज्य सरकार कीअनुमति मिलते ही अगले कुछ महीनों में इसे लोगों के लिए खोल दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि पहले सुंदरवन से जानवरों को पकड़ने के बाद अलीपुर जू में उनका इलाज किया जाता था, लेकिन अब से सुंदरवन के झड़खाली के जू में ही उनको रख कर इलाज किया जायेगा. इसके अलावा यहां पर्यटकों को नदियों के रास्ते से भी सुंदरवन क्षेत्र में घूमने का मौका दिया जायेगा.