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टैक्सी रिफ्यूजल से परेशान रहे यात्री
मुख्यंमत्री की घोषणा से यात्रियों में बढ़ा भ्रम कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टैक्सी रिफ्यूजल की फाइन 3000 रुपये से घटा कर रिफ्यूजल के लिए अलग-अलग फाइन निर्धारित करने की घोषणा से टैक्सी चालकों से लेकर आम यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनी रही. उल्लेखनीय है कि मुख्यंमत्री ने पहले रिफ्यूजल के लिए 100 […]
मुख्यंमत्री की घोषणा से यात्रियों में बढ़ा भ्रम
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टैक्सी रिफ्यूजल की फाइन 3000 रुपये से घटा कर रिफ्यूजल के लिए अलग-अलग फाइन निर्धारित करने की घोषणा से टैक्सी चालकों से लेकर आम यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनी रही. उल्लेखनीय है कि मुख्यंमत्री ने पहले रिफ्यूजल के लिए 100 रुपये, दूसरे रिफ्यूजल के लिए 200 रुपये, तीसरे रिफ्यूजल के लिए 300 रुपये चौथे रिफ्यूजल के लिए 400 रुपये तथा पांचवें व अधिक रिफ्यूजल के लिए 1000 रुपये जुर्माना निर्धारित किया है.
मुख्यमंत्री की घोषणा के दूसरे दिन बेपरवाह हुए टैक्सी चालकों द्वारा यात्रियों की टैक्सी रिफ्यूजल की घटनाओं से यात्री हैरान रहे. इसके साथ ही परिवहन विभाग की ओर से शुरू किये गये नो रिफ्यूजल टैक्सी की प्रासंगिकता पर भी सवालिया निशान लगे हैं. शुक्रवार को शाम लगभग तीन बजे अलीपुर स्थित चिड़ियाखाना के पास खड़े टैक्सी चालक को पार्क सर्कस जाने के लिए कहा गया तो उसने इनकार करते हुए कहा कि वह उस ओर नहीं जायेगा.
चिड़ियाखाना के पास खड़े अन्य टैक्सी चालकों ने क्रमश: तालतला व पार्क स्ट्रीट जाने से इनकार कर दिया. आरआर एवेन्यू के पास खड़े टैक्सी के ड्राइवर एयरपोर्ट जाने के लिए कहा गया, तो उसने साफ इनकार करते हुए कहा कि वह ग्रीस पार्क जा रहा है. एयरपोर्ट की ओर नहीं जायेगा. धर्मतल्ला से हावड़ा ट्रेन पकड़ने जाने के लिए खड़े यात्री मनोरंजन सिंह ने बताया वह कई टैक्सी ड्राइवर से हावड़ा जाने के लिए कहा, पर कोई जाने के लिए तैयार नहीं हुआ. एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव का कहना है कि वे लोग टैक्सी रिफ्यूजल का समर्थन नहीं करते हैं.
वे लोग टैक्सी रिफ्यूजल के सख्त खिलाफ हैं, लेकिन यह सभी सही है कि टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर 3000 रुपये पुलिस फाइन टैक्सी ड्राइवरों पर अत्याचार था. उन्होंने कहा कि टैक्सी रिफ्यूजल के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए वे लोग सेमिनार करेंगे, बैनर लगायेंगे और होर्डिग लगा कर जागरूकता फैलायेंगे.
वरिष्ठ टैक्सी यूनियन नेता का कहना है कि मुख्यंमत्री ने टैक्सी रिफ्यूजल के लिए अलग-अलग फाइन की घोषणा की है, लेकिन यह निर्धारित कौन करेगा कि यह पहला रिफ्यूजल है या पांचवां. दूसरी ओर, टैक्सी रिफ्यूजल की शिकायत की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि कोई भी ग्राहक उसमें पड़ना नहीं चाहता है और इसका लाभ टैक्सी चालकों को मिलता है.
22 को चालकों का अभिनंदन करेगा एटक
एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा वास्तव में टैक्सी चालकों की जीत है.
इस जीत के लिए यूनियन की ओर से टैक्सी चालकों के लगातार आंदोलन व लड़ाई के लिए 22 फरवरी को टैक्सी चालकों का अभिनंदन किया जायेगा. चालकों पर पुलिस द्वारा लगाये गये फर्जी मामले और जुर्माना के बावजूद भी टैक्सी चालकों ने पुलिस जुल्म के खिलाफ और टैक्सी चालकों के हित में आंदोलन जारी रखा था. आंदोलन के कारण सरकार को झुकना पड़ा.
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