उसके पास से बिना नंबर की एक प्लसर बाइक बरामद हुई है. आरपीएफ पोस्ट में उससे पूछताछ की जा रही है़ आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित गुंजन ने बताया कि समीर को जीआरपी के हवाले कर दिया गया है़ इधर, जीआरपी थानाध्यक्ष रामललित प्रसाद सिंह ने बताया कि समीर की निशानदेही पर फरार बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है़ बताया जाता है कि कोलकाता के सत्यव्रत घोष गोल्ड के बड़े व्यवसायी हैं. वह डिमांड पर सोने की सप्लाइ करते हैं.
कोलकाता के कुलगछिया निवासी बापी मंडल उनका कर्मचारी है. वह ऑडर पर मोतिहारी के व्यवसायियों को सोने का बिस्कुट देने सुबह मिथिला एक्सप्रेस से पहुंचा़ मोतिहारी के व्यवसायियों को डिलीवरी देने के बाद बचे सोने के बिस्कुट व लहना के 12 लाख रुपये लेकर कोलकाता जाने के लिए बापूधाम स्टेशन पर पूर्वाचल एक्सप्रेस की एसी बोगी में बैठा़.
इसी दौरान चार अपराधी एसी वन बोगी में घुस आये. बापी मंडल को जबरन बोगी से उतार लिया़ बदमाशों ने उसे खींचते हुए प्लेटफॉर्म दो के बाहर ले गये. उसके बाद अपनी बाइक पर बैठा कर फरार हो गये. कोच अटेंडेंट ने घटना की सूचना आरपीएफ इंस्पेक्टर को दी़ आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई कर बापी मंडल को मुक्त करा कर एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया़ गिरफ्तार समीर ने पूछताछ में अपने साथियों के नाम का खुलासा किया है़ उसने बताया है कि घटना में उसके साथ शंभु कुमार, बबलु कुमार व जहांगीर शामिल थ़े. जीआरपी तीनों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है़.