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सारधा घोटाला: मुकुल ने मान ली सुदीप्त के साथ बैठक की बात

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व रेल मंत्री मुकुल राय ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उन्होंने चिटफंड कंपनी सारधा के मालिक सुदीप्त सेन के साथ दो बार बैठक की थी. एक बैठक कोलकाता में हुई थी, जबकि दूसरी बैठक कलिम्पोंग के डेलो में हुई. राय ने इस बात का जोरदार खंडन किया […]

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व रेल मंत्री मुकुल राय ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उन्होंने चिटफंड कंपनी सारधा के मालिक सुदीप्त सेन के साथ दो बार बैठक की थी. एक बैठक कोलकाता में हुई थी, जबकि दूसरी बैठक कलिम्पोंग के डेलो में हुई. राय ने इस बात का जोरदार खंडन किया कि 7 अप्रैल, 2013 को सुदीप्त सेन के कोलकाता से भागने के बाद उससे उनकी कोई मुलाकात हुई थी. मुकुल ने कहा कि वह साफ सुथरे ढंग के व्यक्ति हैं.

वह बुधवार को दिल्ली से कोलकाता लौटेंगे. उसके बाद वह सीबीआइ दफ्तर जा कर जांच अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, राय के गुरुवार को सीबीआइ कार्यालय जाने की संभावना है. गौरतलब है कि सारधा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआइ ने सोमवार को नोटिस भेज कर मुकुल राय को पूछताछ के लिए तलब किया. राय ने मंगलवार को कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से व पार्टी के नेता के रूप में किसी तरह से अनैतिक व गैर कानूनी गतिविधि में शामिल नहीं हैं.

उनका कुछ भी छुपाना नहीं हैं. उल्लेखनीय है कि इसके पहले तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद व सारधा चिटफंड मामले में गिरफ्तार कुणाल घोष ने आरोप लगाया था कि कलिम्पोंग के डेलो में हुई बैठक में सुदीप्त सेन के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मुकुल राय और वह ( कुणाल) खुद शामिल थे. अभी तक तृणमूल कांग्रेस बैठक होने के आरोप को खारिज करती रही थी, लेकिन मुकुल राय के बयान तृणमूल के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है. घोष ने आरोप लगाया कि डेलो में रोजवैली के प्रमुख गौतम कुंडू के साथ भी मुख्यमंत्री व मुकुल राय के साथ बैठक हुई थी.

घोष ने इस संबंध में सीबीआइ को वीडियो क्लीपिंग भी सौंपी है. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता आसिफ खान ने आरोप लगाया था कि सुदीप्त सेन के कोलकाता से फरार होने के पहले निजाम पैलेस में कलम अखबार चलाने को लेकर बैठक हुई थी. इस बैठक में मुकुल राय के साथ पूर्व डीजीपी तथा तृणमूल नेता रजत मजूमदार व खान मौजूद थे. सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन के ड्राइवर अरविंद सिंह चौहान ने भी जांच एजेंसियों के समक्ष कहा था कि सारधा के मालिक के कोलकाता से फरार होने से पहले मुकुल राय ने उससे कोलकाता में बैठक की थी.

सीबीआइ कार्यालय नहीं पहुंचे मातंग सिंह
सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मातंग सिंह को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन बीमारी की वजह से वह सीबीआइ दफ्तर नहीं पहुंच सके. सूत्रों के अनुसार, रविवार को सीबीआइ अधिकारियों ने सिंह को सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा था. कथित तौर पर मंगलवार अपराह्न करीब दो बजे सिंह द्वारा सीबीआइ अधिकारियों को सूचना दी गयी कि वे अस्वस्थ हैं, जिसकी वजह से सीबीआइ कार्यालय में उनकी उपस्थिति संभव नहीं है. सूत्रों के अनुसार सारधा मामले में गिरफ्तार होने सेपहले सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन ने सीबीआइ को लिखे पत्र में मातंग सिंह और मनोरंजना सिंह पर कई आरोप लगाये गये थे. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों ने मातंग व मनोरंजना दोनों से पूछताछ की थी. सीबीआइ ने बी मनोरंजना से पूछताछ की थी.

इन बिंदुओं पर हो सकती है पूछताछ
सुदीप्त सेन के साथ कैसे हुआ परिचय
सुदीप्त सेन ने लोकसभा व विस चुनाव प्रचार के लिए कितनी राशि दी थी
यदि सुदीप्त सेन ने रकम दी थी, तो इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का क्या निर्देश था
रेलवे की इकाई आइआरसीटीसी के सारधा टूर एवं ट्रेवल्र्स के साथ समझौते में उनकी क्या भूमिका थी
निजाम पैलेस में किस मुद्दे पर बैठक हुई थी
क्या सुदीप्त सेन के पैसे उन्होंने दिल्ली, मुंबई व दुबई में निवेश किया है, यदि किया है तो किस रूप में

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