कोलकाता: केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल व कोल इंडिया लिमिटेड के केंद्रीय ट्रेड यूनियन के नेताओं के बीच शनिवार को हुई बैठक बेनतीजा रही, इसके बाद अब ट्रेड यूनियनों ने छह से 10 जनवरी तक कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों में हड़ताल के फैसले को बरकरार रखा है. अब ट्रेड यूनियनों ने आंदोलन को और तेज करने का आह्वान किया है.
राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के महासचिव एसक्यू जामा ने बताया कि सभी ट्रेड यूनियनों के साथ शनिवार को कोयला मंत्रलय में विभागीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक हुई. बैठक में ट्रेड यूनियनों ने उनके समक्ष रखा कि केंद्र सरकार द्वारा कोयला की मार्केटिंग से संबंधित जो विधेयक पेश किया गया है, इस संबंध में ट्रेड यूनियनों से किसी प्रकार का परामर्श नहीं लिया गया.
इस विधेयक से कोल इंडिया को काफी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि अब कोयला श्रमिक व कर्मचारियों के लिए यह ‘ करो या मरो ’ की स्थिति है. गौरतलब है कि कोल इंडिया की सभी पांचों केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कोयला ब्लॉक आवंटन के नये विधेयक, कंपनी में विनिवेश व इसके पुनर्गठन के खिलाफ छह से 10 जनवरी तक पांच दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है. ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव जीवन राय ने भी सभी श्रमिक व कर्मचारियों को मिल कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया.