कोलकाता: केंद्रीय श्रम व रोजगार राज्यमंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने शनिवार को महानगर में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार के सभी दावों को खारिज करते हुए कहा कि देश में सबसे अधिक तालाबंदी पश्चिम बंगाल में हुई हैं. श्री दत्तात्रेय यहां नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा देश में श्रम संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए उठाये गये कदमों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत की.
उन्होंने कहा कि तालाबंदी के बारे में रिपोर्ट देखी है और देश में सबसे अधिक तालाबंदी पश्चिम बंगाल में हुई है. पश्चिम बंगाल में तालाबंदी के कारणों के बारे में उन्होंने कहा कि वह इसके पीछे का कोई कारण विशेष तो नहीं बता सकते हैं. वह मौजूदा स्थिति के बारे में बात नहीं कर रहे, बल्कि इसकी स्थिति की समग्रता में बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि तालाबंदी बड़ी समस्या बनने जा रही है. श्रमिक सड़क पर नहीं आने चाहिए और कर्मचारियों की सुरक्षा उनका प्रमुख काम है. उनकी सामाजिक सुरक्षा ही नहीं, बल्कि उनके रोजगार का भी ध्यान रखा जाना चाहिए.
मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल द्वारा अपने यहां विकास तथा श्रमिकों की सुरक्षा जैसे मुद्दों के लिए अनुकूल माहौल बनाये जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पूरे देश में उपयुक्त माहौल बनाया जाना चाहिए, विशेष कर पश्चिम बंगाल में. नये रोजगार पैदा होने चाहिए और जब तक मालिक और कर्मचारियों के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्ते नहीं होंगे कोई भी विकास तेजी से नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक को उन्होंने इस मुद्दे सहित अन्य बातों पर चर्चा के लिए दिल्ली आमंत्रित किया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल और असम के चाय बागानों में स्थिति को दयनीय बताते हुए कहा कि इन समस्याओं का समाधान किया जाना जरूरी है.