कोलकाता: नवगठित भारतीय न्याय विचार पार्टी के अध्यक्ष अब्दुर रज्जाक मोल्ला ने दावा किया है कि वर्ष 2016 में कोई दलित राज्य का मुख्यमंत्री बनेगा. 2016 में होनेवाले विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरने के लिए श्री मोल्ला ने पांच अन्य पार्टियों जनता दल (यूनाइटेड), वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, पश्चिम बंग गणतांत्रिक मंच व रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के साथ मिल कर गण फ्रंट तैयार किया है. यह फ्रंट 2016 के विधानसभा चुनाव में उतरेगा.
बुधवार को रानी रासमणि एवेन्यू में गण फ्रंट की पहली सभा को संबोधित करते हुए श्री मोल्ला ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी व मुसलिम बंगाल की कुल आबादी का 94 प्रतिशत हैं, पर आजादी के 67 वर्ष के बाद भी आज तक बंगाल में कोई भी दलित व मुसलिम मुख्यमंत्री नहीं बना. वहीं, पड़ोसी राज्यों यूपी, बिहार और यहां तक कि महाराष्ट्र व राजस्थान जैसे राज्यों में दलित व मुसलमान मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं. श्री मोल्ला ने कहा कि हमारा लक्ष्य समाज के दबे-कुचले लोगों को राजनीतिक क्षमता दिलानी है.
पहले तथाकथित वामपंथियों ने लोगों का शोषण किया, अब तृणमूल कर रही है. आज भी राज्य के सभी दलों का नेतृत्व उच्च वर्ग के के हाथों में है. मात्र छह प्रतिशत आबादी राज्य के 94 प्रतिशत लोगों पर शासन कर रही है. यह अब नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में 69 सीटें अनुसूचित जाति व 16 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 45 सीटों पर मुसलिम की आबादी 52-88 प्रतिशत है. पांच और सीटों पर मुसलिमों की आबादी अधिक है, पर ये सीटें आरक्षित हैं.
अगर हम लोग एक होकर लड़ें, तो इस तरह से 135 सीटें पहले से ही हमारे पास हैं. अगर अभी से मेहनत करेंगे, तो 2016 में हमारी सरकार जरूर बनेगी, जिसका मुख्यमंत्री कोई दलित होगा, जबकि उप मुख्यमंत्री मुसलिम होगा. श्री मोल्ला ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस वामदलों से भी खराब है. ममता बनर्जी ने मुसलिमों को कुछ दिया तो नहीं, पर दिखावा बहुत किया, जिसका भाजपा फायदा उठाने का प्रयास कर रही है. श्री मोल्ला ने कहा कि भाजपा की हवा है, पर यह हवा मतदान के बक्से तक नहीं पहुंचेगी.