कोलकाता/नयी दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने सारधा चिट फंड मामले में सीबीआइ के दुरुपयोग और संघीय ढांचे पर प्रहार करने का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया और इस विषय पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए दो बार लोकसभा से वाकआउट किया.
शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए सौगत राय ने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से जांच एजेंसी का राजनीतिक तौर पर दुरुपयोग कर पश्चिम बंगाल सरकार को कमजोर बनाने की कोशिश की जा रही है. सदन की अध्यक्ष ने राय को बोलने का मौका देते हुए कहा था कि वह आरोप नहीं लगाये.
हालांकि सौगत राय ने इस विषय को उठाते हुए सरकार पर संघीय ढांचे को कमजोर करने और राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के फंड को रोकने का आरोप लगाया. अपनी पूरी बात रखने की अनुमति नहीं देने पर श्री राय और उनकी पार्टी के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ देर बाद वाकआउट किया. उनके वाकआउट करने के समय संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रुडी ‘गो-गो’ कहते सुने गये. इससे पहले, राय ने मानव संसाधन विकास मंत्री पर 25 दिसंबर को स्कूलों में सुशासन दिवस मनाने के बारे गलतबयानी का आरोप लगाया और स्पीकर से मंत्री के बयान में सुधार कराने का आग्रह किया. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने मंत्री से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. इससे पहले, मंगलवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर तृणमूल के सौगत राय ने कहा कि उन्होंने संघीय ढांचे पर प्रहार के विषय पर कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें सौगत राय और दीपेंद्र हुड्डा की ओर से पेश कार्यस्थगन के नोटिस मिले हैं.
सौगत राय का नोटिस कई विषयों पर हैं. नियमांे का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि जहां तक दीपेंद्र हुड्डा के नोटिस का सवाल है, वह संबंधित विषय को अन्य अवसरों पर उठा सकते हैं. वह उन्हें इसका मौका देंगी. इसके बाद तृणमूल सदस्य संघीय ढांचे पर प्रहार और सीबीआइ के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये. संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि हर दिन आप किसी विषय पर कार्यस्थगन प्रस्ताव ले कर आते हैं. कई महत्वपूर्ण विषय है जिन्हें उठाया जाना है, कानून बनने हैं, चर्चा होनी है. व्यवधान नहीं डालें.