कोलकाता: बगैर अग्रिम जानकारी व नोटिस के मोहन बागान के कोच के पद से हटाये जाने से सुभाष भौमिक बेहद नाराज हैं और वह इस कदम के लिए मोहन बागान के अधिकारियों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने की योजना बना रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले दिनों मोहन बागान प्रबंधन ने अचानक सुभाष भौमिक को क्लब के कोच के पद से हटा दिया और उनकी जगह संजय सेन को कोच बनाने का एलान भी कर दिया.
हालांकि श्री भौमिक टीम के प्रदर्शन के कारण नहीं हटाया गया है, बल्कि ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) का एक नियम उन्हें पद से हटाने का कारण बन गया. एआइएफएफ ने आइ लीग की सभी टीमों के कोच के लिए ए लाइसेंस का होना अनिवार्य कर दिया है. जिस कोच के पास ए लाइसेंस नहीं होगा, वह रिजर्व बेंच तक पर नहीं बैठ सकता है. इसी महीने फेडरेशन कप शुरू होनेवाला है.
चूंकि श्री भौमिक के पास ए लाइसेंस नहीं है. इसलिए फेडरेशन के इस फैसले को देखते हुए मोहन बागान ने आनन-फानन श्री भौमिक को हटा कर संजय सेन को कोच बना दिया. नियम की जानकारी होने के बावजूद श्री भौमिक को अधिकारियों का यह फैसला पसंद नहीं आया है. उनका कहना है कि हटाने से पहले कम से कम उन्हें इस बात की जानकारी तो देनी चाहिए थी. ऐसा नहीं कर उनके मान को ठेस पहुंचायी गयी है. इसलिए मोहन बागान प्रबंधन के इस कदम के खिलाफ अदालत में मामला दायर करेंगे. इसके लिए वह वकीलों से परामर्श कर रहे हैं.