कोलकाता: हुगली के सुगंधा स्थित सारधा कंपनी के ग्लोबल ऑटोमोबाइल कंपनी के कारखाने में कार्यरत सभी 150 श्रमिक अपनी रोजी-रोटी की मांग को लेकर बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठे रहे.
इस कारखाने में ऑपरेटर के रूप में काम कर रहे अनिर्वाण पोद्दार ने बताया कि तकरीबन दो साल पहले सुदीप्त सेन के नेतृत्वाधीन शारदा समूह ने 100 सीसी के क्षमतावाले मोटरबाइक बनानेवाली इस संयंत्र को आमार पीसी नामक कंपनी से खरीदा था.
शुरू-शुरू में इस कारखाने में उत्पादन के नाम पर सरगर्मी दिखी, लेकिन बाद में इस कारखाने का उपयोग सारधा फाइनेंस कंपनी के एजेंटों को लुभाने के लिए किया जाने लगा. उन्हें प्रबंधन की तरफ से यह भरोसा दिया जाता था कि कारखाने में जल्द ही उत्पादन शुरू किया जायेगा. लेकिन इस महीने की छह तारीख के बाद से कंपनी के सभी अधिकारियों के कारखाने से पलायन के बाद आशा की आखिरी उम्मीद भी टूट गयी. वे और उनके साथियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गुहार लगाकर अपनी समस्याओं के समाधान करने की कोशिश की थी, लेकिन कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री निवास से पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया.