कोलकाता: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाके में और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में प्लावी सीमा चौकी (बीओपी) बनाने की योजना पर विचार कर रहा है. बीएसएफ के महानिदेशक सुभाष जोशी ने आज यहां कहा कि हमारे दिमाग में सुंदरबन में छह प्लावी बीओपी और गुजरात इलाके के लिए छह प्लावी बीओपी हैं.
छह की पहले से ही मंजूरी दी जा चुकी है. श्री जोशी ने बताया : मंत्रलय सरकारी उपक्रम की शिनाख्त की प्रक्रिया में है, जो इन प्लावी बीओपी का निर्माण करेंगे. बांग्लादेश में हाल के उथल-पुथल के बाद बांग्लादेशियों के भारत में आने की रिपोर्टो के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा : हम सीमा निगरानी बल हैं और हम सभी तरह की चुनौतियों के लिए तैयार हैं.
सीमा पर बीएसएफ द्वारा गैर जानलेवा बुलेट के इस्तेमाल करने पर श्री जोशी ने कहा कि इससे सीमा पर घायलों और मृतकों की संख्या में कमी आयी है. यह पूछे जाने पर क्या इससे जवानों की जान का जोखिम तो नहीं बढ़ा है. श्री जोशी ने कहा कि एक दो घटनाएं घटी हैं, लेकिन स्थिति चिंताजनक नहीं है. उन्होंने कहा कि जवानों को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जाल नोट पकड़े जाने के मामले में भी बीएसएफ महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है व सभी एजेंसियां आपस में सहयोग से काम कर रही हैं.
इस अवसर पर सीमावर्ती इलाकों में गरीब लोगों के क्लेफ्ट लिप व क्लेफ्ट पैलेट बीमारी की सजर्री के लिए गैर सरकारी संगठन स्माइल ट्रेन के साथ समझौता की घोषणा की गयी.
बीएसएफ वाइव्स वूमन एसोसिएशन की अध्यक्ष सुधा जोशी ने बताया कि 29 अप्रैल को गरीब लोगों के ऑपरेशन के लिए स्माइल ट्रेन के साथ समझौता किया जायेगा. बुधवार को दक्षिणोश्वर स्थित बीएसएफ दक्षिण मुख्यालय में ऐसे मरीजों की जांच की गयी. इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर पार्थ प्रतिम गुप्ता व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.