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चालकों को पुलिस ने सभा करने से रोका
टैक्सी हड़ताल के पहले दिन नोकझोंक वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन ने की है हावड़ा में दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा आज बड़ी संख्या में हड़ताल के समर्थन में उतरेंगे टैक्सी चालक कोलकाता : हावड़ा में दो दिवसीय टैक्सी हड़ताल के पहले दिन गुरुवार को पुलिस ने टैक्सी चालकों […]
टैक्सी हड़ताल के पहले दिन नोकझोंक
वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन ने की है हावड़ा में दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा
आज बड़ी संख्या में हड़ताल के समर्थन में उतरेंगे टैक्सी चालक
कोलकाता : हावड़ा में दो दिवसीय टैक्सी हड़ताल के पहले दिन गुरुवार को पुलिस ने टैक्सी चालकों को हावड़ा स्टेशन के पास सभा करने से रोक दिया. इसे लेकर चालकों और पुलिस में तीखी नोकझोंक भी हुई. चालकों ने सड़क पर धरना देकर पुलिस के रवैये का विरोध किया. गौरतलब है कि पुलिस ज्यादती के खिलाफ वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी (एटक समर्थित) और कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) ने हावड़ा में दो दिवसीय टैक्सी हड़ताल की घोषणा की है.
गुरुवार हड़ताल का पहला दिन था. दोपहर लगभग 12 बजे बड़ाबाजार के राजाकटरा इलाके से निकली रैली ने हावड़ा ब्रिज से होते हुए जैसे ही हावड़ा में प्रवेश करने के बाद स्टेशन की तरफ रुख किया, एसीपी ट्रैफिक सैमीक सेनगुप्ता और एसीपी (नॉर्थ) श्रीहरि पांडे दल-बल के साथ वहां पहुंचे और रैली को स्टेशन की तरफ जाने से रोक दिया.
पुलिस द्वारा रैली को रोके जाने के बावजूद वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी (एटक समर्थित) के संयोजक तथा कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया और अपने समर्थकों के साथ रैली को स्टेशन तक ले जाने पर अड़े रहे. पुलिस के सख्त रवैये को देखते हुए नवल किशोर अपने समर्थकों के साथ हावड़ा ब्रिज के पास ही रास्ते के बीचो-बीच धरने पर बैठ गये. पुलिस विरोधी नारे लगाये गये. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बंगाल में जनता के अधिकारों पर चोट पहुंचायी जा रही है. हावड़ा सिटी पुलिस ने जिस तरह से एक शांति पूर्ण रैली पर दबंगई दिखाते हुए उसे रोक दिया उससे लगता है कि राज्य में आम जनता का कोई मौलिक अधिकार नहीं रह गया है. इसी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के व्यस्ततम रास्ते को रोक कर रैली करती हैं, लेकिन उस समय पुलिस कुछ नहीं बोलती, यह दोहरा रवैया आखिर क्यों?
पुलिस के इस दमनकारी रवैये के खिलाफ शुक्रवार को बड़े स्तर पर टैक्सी चालक रास्ते पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि विभिन्न मांगों पर परिवहन मंत्री मदन मित्र से आश्वासन मिलने के बाद हमने हावड़ा में टैक्सी हड़ताल को वापस ले लिया था, लेकिन परिवहन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है. इस कारण गुरुवार से दो दिवसीय आंदोलन के लिए हमारा संगठन बाध्य हुआ है.
उन्होंने कहा कि हावड़ा में टैक्सी चालकों पर पुलिस जुल्म थमने का नाम नहीं ले रहा है. गोलाबाड़ी पुलिस द्वारा राजेश यादव को फर्जी मामले में फंसाने व टैक्सी चालक घूरन साव को पीटने वाले पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. रैली में श्री श्रीवास्तव के अलावा एटक के महासचिव रंजीत गुहा, एकराम खान, कुबेर सिंह, केशव भट्टाचार्य के अलावा टैक्सी यूनियन के अन्य नेता शामिल रहे.
टैक्सी हड़ताल के मद्देनजर हावड़ा ब्रिज के साथ हावड़ा स्टेशन के विभिन्न इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की थी. आम दिनों की तुलना में कम टैक्सियां उपलब्ध होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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