कोलकाता: देश में जिस प्रकार से ऊर्जा की मांग बढ़ रही है, उससे सभी लोगों की नजर कोल इंडिया पर टिकी हुई है, क्योंकि देश में उत्पादित कुल बिजली का करीब 80 प्रतिशत कोयला से उत्पादित होता है.
इसलिए देश के विकास को ध्यान में रखते हुए हमें हर हाल में कोयला उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करना होगा. यह बातें शनिवार को कोल सचिव एसके श्रीवास्तव में कोल इंडिया लिमिटेड के 40वें स्थापना दिवस पर साइंस सिटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में कहीं.
उन्होंने कहा कि कोयला उत्पादन के साथ ही हमें कोयला की ढुलाई को भी बेहतर करना होगा. उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड व इसकी अनुषंगी कंपनियों के सीएमडी से अपने क्षेत्र में कोयला उत्पादन को सुनिश्चित करने की बात कही. कोयला उत्पादन के साथ ही उन्होंने इसके श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था को भी बेहतर करने की बात कही. उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए कोयला उत्पादन में नये से नये तकनीक का प्रयोग किया जायेगा, जिससे उत्पादन में किसी प्रकार की परेशानी ना हो.
इस मौके पर आइआइटी, कानपुर के एसके टंडन ने कहा कि कोल इंडिया को अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करना होगा, तभी उत्पादन को और अधिक किया जा सकता है. कोल इंडिया के चेयरमैन (अतिरिक्त प्रभार) व कोल मंत्रलय के अतिरिक्त सचिव एके दूबे ने कंपनी की उपलब्धियों की जानकारियां दीं. इस मौके पर कोल इंडिया व इसके अनुषंगी कंपनियों में बेहतर कार्य व योगदान देने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया गया.