कोलकाता: रविवार को श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा जैन साध्वियों का अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. महानगर के पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट महासभा भवन में महातपस्वी शांतिदूत आचार्य महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी अणिमाश्रीजी एवं साध्वी मंगलप्रज्ञा जी के साथ चार अन्य साध्वियों साध्वी कर्णिकाश्री जी, साध्वी समत्वयशा, साध्वी मैत्री प्रभाजी का अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रज्ञामंडल हावड़ा के संगान से हुआ.
साध्वी अणिमाश्रीजी एवं साध्वी मंगल प्रज्ञा जी सहित सभी साध्वी वृंद पांच दिसंबर 2012 को जयपुर से प्रस्थान कर पदयात्र करते हुए राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के अनेक क्षेत्रों का स्पर्श करती हुई भगवान महावीर एवं आचार्य भिक्षु तथा आचार्य महाश्रमण के अहिंसा, मैत्री, समन्वय, सौहार्द, संयम आदि के संदेशों को जन जन में प्रसारित करती हुई कोलकाता पहुंची. लगभग साढ़े छह माह और दो हजार किलोमीटर की पदयात्र के बाद आज कोलकाता आगमन हुआ हैं.
रविवार सुबह की यात्र दक्षिण हावड़ा सभा भवन से प्रस्थान होकर जीटी रोड, हावड़ा मैदान, हावड़ा, पगया पट्टी, ब्रेवर्न रोड होते हुए सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रवक श्रविकाओं के साथ एक जुलूस के रूप में महासभा भवन पहुंचा. साध्वी अणिमा श्री ने कहा कि अपने विशेष लक्ष्य के साथ आचार्य महाश्रमण के निर्देश पर कोलकाता पहुंचे हैं. कोलकाता में आचार्य महाश्रमण का 2017 का चातुर्मास घोषित हैं. उनके आगमन के पूर्व महत्वपूर्ण भूमिका के साथ जन जन में नवजागृति का संचार करना है. इसके अलावा अणुव्रत, दीक्षा ध्यान, जीवन विज्ञान आदि के प्रचार एवं प्रसाद द्वारा वर्तमान में मानव मात्र द्वारा ङोली जा रही समस्याओं को दूर करना है.
साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि श्रवक समाज ज्ञान, दर्शन, तारित्र और तप की समुचित आराधना कर आत्म कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करे. कोलकाता महानगर तेरापंथ के अनुयायियों का सबसे बड़ा महानगर है. यहां के कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्तर पर संघीय संस्थाओं में सक्रिय हैं. वे अपने जीवन में संयम और त्याग को महत्व देते हुए आचार्य महाश्रमण के संघ में मुनि के रूप में दीक्षित होने के लिए भी उद्यम करें.
अभिनंदन समारोह में मदन कुमार मरोठी, प्रकाश मालू, प्रमोद नाहटा, ताराचंद रामपुरिया, सुरेंद्र दुगड़, प्रताप दुगड़, बनेचंद मालू, शांतिलाल सेठिया, विनोद चोरड़िया, सुरज बड़रिया, कमल कुमार दुगड़, अध्यक्ष अमरचंद दुगड़, कमला छाजेड़, कलकत्ता महिलामंडल सहित अन्य लोगों ने अपने स्वागत की भावना व्यक्त की. कार्यक्रम का संचालन कोलकाता सभा के सचिव विमल सिंह बैद ने किया.