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सीएम पर आत्मघाती हमले का खतरा

माओवादी रच रहे हैं साजिश: रिपोर्टकोलकाता : माओवादी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हत्या करने के लिए आत्मघाती हमले की साजिश रच रहे हैं. ममता माओवादियों के निशाने पर हैं. ऐसी जानकारी केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने राज्य सरकार को दी है. केंद्रीय रिपोर्ट के अनुसार माओवादियों ने बंगाल के कुछ राजनेताओं की हत्या के लिए आत्मघाती […]

माओवादी रच रहे हैं साजिश: रिपोर्ट
कोलकाता : माओवादी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हत्या करने के लिए आत्मघाती हमले की साजिश रच रहे हैं. ममता माओवादियों के निशाने पर हैं. ऐसी जानकारी केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने राज्य सरकार को दी है.

केंद्रीय रिपोर्ट के अनुसार माओवादियों ने बंगाल के कुछ राजनेताओं की हत्या के लिए आत्मघाती हमला करने की योजना बनायी है.

हिटलिस्ट में मुख्यमंत्री का नाम सबसे ऊपर है. माओवादी मुख्यमंत्री के मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं. मुख्यमंत्री अपने सुरक्षा कवच को तोड़ कर भीड़ में प्रवेश कर जाती हैं, इसी को माओवादी अपना निशाना बनाना चाहते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री की उच्च स्तर की सुरक्षा है, लेकिन वह सभी सुरक्षा नियमों का खुद उल्लंघन करती हैं.

बिना किसी प्राथमिक जांच के किसी के भी घर व स्कूल में प्रवेश कर जाती हैं. यहां तक कि चुनाव प्रचार के साथ ही आधिकारिक टूर पर भी वह सड़क किनारे चाय दुकानों पर रुक कर चाय पीती हैं.

वहां देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग जाती है. वह लोगों से बातचीत करने लगती हैं. उनको इस बात की परवाह नहीं रहती कि वह जगह सुरक्षित है या नहीं. माओवादी ऐसे मौकों की ताक में हैं.

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि बार-बार सतर्क करने के बाद भी मुख्यमंत्री सुरक्षा खतरे पर ध्यान नहीं देती हैं. मुख्यमंत्री से इस बारे में पूछने पर उनका एक ही जवाब होता है कि अगर वह सुरक्षा कारणों से स्वतंत्र रूप से लोगों से नहीं मिल सकतीं तो उनको वोट देने वाले लोगों को वह क्या जवाब देंगी. इसलिए अपने जीवन काल में वह कभी भी सुरक्षा कारणों से लोगों से नहीं मिलने का पाप नहीं कर सकतीं. क्योंकि वह निजी फायदे के लिए राजनीति नहीं करती हैं.

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कभी भी आधिकारिक बुलेट प्रूफ वाहन का इस्तेमाल नहीं करतीं. वह एक साधारण कार में सफर करती हैं, जिसे आसानी से निशाना बनाया जा सकता है. इसके अलावा उनके साथ चलनेवाले सुरक्षा गार्डो को भी उनकी गतिविधि की पूरी जानकारी नहीं रहती है.

वह किसी भी समय अपना मूवमेंट बदल देती हैं, इसलिए उनके साथ डय़ूटी करते वक्त सुरक्षा अधिकारियों को हमेशा ही चौकन्ना रहना पड़ता है. केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि उसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए. उनकी सुरक्षा और मजबूत करनी चाहिए.

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