कोलकाता : एक तरफ जहां दुनिया भर में यौन कर्मियों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य के कुछ इलाकों में यौन कर्मियों को दुर्गा पूजा के आयोजन की इजाजत देने से इनकार कर दिया गया है. हालांकि दुर्गापुर एवं आसनसोल की यौन कर्मियों ने अभी तक उम्मीद नहीं छोड़ी है, उन्हें भरोसा है कि जल्द ही उन्हें दुर्गा पूजा के आयोजन की मंजूरी मिल जायेगी.
आसनसोल, दुर्गापुर एवं बांकुड़ा जिला के विष्णुपुर की यौन कर्मियों ने स्थानीय प्रशासन से दुर्गा पूजा के आयोजन की इजाजत मांगी थी, लेकिन विष्णुपुर को छोड़ कर अन्य दो इलाकों की यौन कर्मियों के आवेदन को ठुकरा दिया गया. यौन कर्मियों के संगठन दुर्बार महिला समन्वय समिति की प्रवक्ता ने बताया कि हमने इजाजत के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन पुलिस ने हमें कहा कि दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए कलकत्ता हाइकोर्ट अथवा राज्य सरकार से इजाजत लेनी होगी.
विष्णुपुर में लगभग 200 यौन कर्मी हैं, वहां यौन कर्मियों के पूजा पंडाल का उदघाटन 29 सितंबर को होगा. दुर्बार की सचिव भारती दे ने बताया कि पिछले वर्ष कलकत्ता हाइकोर्ट ने दुर्बार को दुर्गा पूजा के आयोजन करने की इजाजत दी थी, यह देख कर राज्य के विभिन्न इलाकों की यौन कर्मियों ने भी दुर्गा पूजा के आयोजन में रुचि दिखायी है.
पिछले वर्ष इजाजत मिलने के बाद इस वर्ष एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी की यौन कर्मी खुश नहीं हैं, क्योंकि पुलिस ने उन्हें बड़ा मंडप के निर्माण की इजाजत नहीं दी है. दुर्बार के प्रवक्ता ने बताया कि इस वर्ष हम भव्य तरीके से दुर्गा पूजा मनाना चाहते थे, इसलिए हमने बड़े पूजा मंडपा एवं प्रतिमा के लिए अग्रिम भुगतान भी कर दिया था, लेकिन पुलिस की इजाजत नहीं मिलने से हम हताश हैं.