कोलकाता: कोलकाता पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार रात न्यू मार्केट इलाके के श्रीराम आर्केड के पास छापे मार कर नकली नोटों के धंधे से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया. गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ ने छापा मार कर मालदा के कालियाचक निवासी अम्पा मंडल (20) और रांची के बेरो थाने क्षेत्र के रहने वाले हाफिज मल्लिक (42) व जासिर मल्लिक (38) को धर दबोचा. अम्पा बीए प्रथम वर्ष का छात्र है. आरोप है कि वह हाफिज और जासिर को नकली नोटों की सप्लाई करता था.
तीनों आरोपियों के पास से सात लाख 89 हजार 500 रुपये के नकली नोट मिले हैं. इनमें एक हजार के 100 व बाकी 500 रुपये के नोट हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त (एसटीएफ) राजीव मिश्र ने बताया कि न्यू मार्केट इलाके में जाली नोटों के लेन-देन की सूचना मिली थी. गिरोह को दबोचने के लिए पुलिस वहां पहले से ही मुस्तैद थी. छापेमारी कर तीनों आरोपियों को श्रीराम आर्केड के पास एक दुकान के निकट से गिरफ्तार किया गया.
मंगलवार को आरोपियों को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने तीनों को 25 जून तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया. एसटीएफ का कहना है कि अम्पा कालियाचक में जाली नोटों के धंधे से जुड़ा था. वह झारखंड के विभिन्न इलाकों में सक्रिय गिरोहों को जाली नोटों की सप्लाई करता था. उससे पूछताछ के बाद पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों तक जल्द पहुंचेगी.
पहले भी आया है झारखंड के गिरोह का नाम
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि महानगर के जरिये झारखंड में जाली नोट फैलाने के आरोप में पहले भी कई तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इससे पहले छह फरवरी को सलील अंसारी (30) को बऊबाजार इलाके से दबोचा गया था. उसके पास से पुलिस को चार लाख 98 हजार के जाली नोट मिले थे. सलील झारखंड के निजामनगर के खेल मुहल्ला स्थित हिंदपिड़ी का रहनेवाला है.