कोलकाता : लंबे इंतजार के बाद इस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना के प्रथम चरण का उद्घाटन गुरुवार शाम रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया. फिलहाल ट्रेनें सॉल्टलेक सेक्टर-5 से सॉल्टलेक स्टेडियम के बीच चलेंगी. इनके बीच छह स्टेशन पड़ेंगे. उद्घाटन समारोह में रेल मंत्री ने कहा कि दूसरे चरण के तहत सॉल्टलेक स्टेडियम से फूलबगान तक का काम अगले तीन-चार महीने में यानी दुर्गापूजा से पहले पूरा हो जायेगा.
यह भूमिगत होगा. इसी तरह अगले दो साल के अंदर 16.5 किलोमीटर लंबी इस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना पूरी हो जायेगी. इस्ट-वेस्ट मेट्रो कोलकाता की लाइफलाइन बन जायेगी. उधर, उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आमंत्रित नहीं किये जाने का विरोध करते हुए तृणमूल सांसद काकोली घोष दस्तिदार और विधायक सुजीत बोस ने कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया.
सॉल्टलेक सेक्टर -5 स्टेशन पर आयोजित उद्घाटन समारोह में रेल मंत्री ने मजाकिया अंदाज में कहा कि इस परियोजना के लिए बाबुल (केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो) ने उनका जीना हराम कर दिया था. उन्होंने बाबुल सुप्रियो की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया. रेल मंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 में इस्ट-वेस्ट मेट्रो का काम शुरू हुआ था.
2012 तक काम चला लेकिन कुछ तकनीकी समस्या को लेकर अगले तीन साल तक काम बंद रहा. फिर वर्ष 2015 में काम शुरू हुआ. इस परियोजना के लिए साढ़े छह हजार करोड़ खर्च किये जा रहे हैं. वर्तमान वित्तीय वर्ष में योजना के लिए 905 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. दुर्गापूजा से पहले फूलबागान तक मेट्रो सेवा शुरू की जायेगी.
उन्होंने कहा कि हुगली नदी के नीचे इस्ट-वेस्ट मेट्रो लाइन का काम पूरा हो चुका है. बाकी बचे काम को भी जल्द पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को अतिरिक्त दायित्व सौंपा है. बाबुल सुप्रियो ने कहा कि यह परियोजना काफी दिनों से रुकी हुई थी. उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया. पूरे भारत में एकमात्र यही मेट्रो परियोजना है, जिसका पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन कर रही है. राज्य सरकार की ओर से कोई कार्यक्रम में आता, तो मुझे खुशी होती.
रेलमंत्री ने राज्य सरकार पर लगाया राजनीति का आरोप
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वह बंगाल में रेलवे की कई परियोजनाएं लाना चाहते हैं, लेकिन अफसोस है कि राज्य सरकार हर काम में राजनीति करती है. यह दुखद है. राज्य सरकार विकास कार्यों में सहयोग नहीं करती है.
बंगाल के लोगों को विकास से वंचित रखा जा रहा है. गोयल ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी की आयुष्मान भारत योजना को अभी तक बंगाल में लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि 15- 16 महीने पहले इस योजना के लागू होने के बाद से देश में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसका लाभ उठाया है, लेकिन बंगाल सरकार इस योजना से यहां की जनता को वंचित कर रखा है.
उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भी जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने बंगाल के एक भी किसान को अब तक इस योजना का लाभ नहीं लेने दिया. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर वर्ष प्रत्येक किसान को 6000 रुपये की राशि देने का प्रावधान है. देशभर के किसान इसका लाभ उठा रहे हैं, लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि बंगाल के किसानों को इससे क्यों वंचित रखा गया है.