कोलकाता : आजकल रेनिटिडिन नाम की दवा के बारे में कुछ खबरें आ रही हैं कि इस दवा में कैंसर पैदा करनेवाला कैमिकल नाइट्रोसेमीन पाया गया है. कुछ लोगों ने तो इस दवा को खाना भी बंद कर दिया है, लेकिन सच्चाई यह है की जिन रेनिटिडिन दवा में नाइट्रोसेमीन के मिलने की बात की जा रही है, वह तय मानक में ही मिला है, जो मानव शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं है. यह कहना है महानगर के वरिष्ठ चिकित्सकों का.
इस संबंध में महानगर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कर्डियोलॉजिस्ट डॉ धीमान कहाली, चित्तरंजन सेवा सदन कॉलेज एंड आब्सटेट्रिक्स गायनोलॉजी एंड चाइड हेल्थ के प्रो. डॉ सुभाशीष भट्टाचार्य, गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ एनपी बोहिदार व कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ इंद्रनील खाल उपस्थित थे.
इस बात से सभी एक मत थे कि उक्त दवा के सेवन कैंसर नहीं हो सकता है. डॉक्टरों ने कहा कि रेनिटिडिन गैस की एक चर्चित दवा है. बहुत से लोग इसका प्रयोग करते हैं. भारत में कैडिला फार्मा, जेबी केमिकल्स, डॉ. रेड्डी और सन फार्मा जैसी कंपनियां करीब 180 ब्रांड नाम से रेनिटिडिन टैबलेट बनाती हैं.
इनमें एसिलॉक, पैनटेक, रेनटेक, जेनटेक जैसे मशहूर ब्रांड शामिल हैं. कुछ दिन से सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कुछ भ्रामक खबरें आ रही हैं, जिससे बहुत से लोग डरे हुए हैं. डॉ कहाली ने कहा कि रेनिटिडिन दवा में जिस कैमिकल नाइट्रोसेमीन के मिलने की बात की जा रही है वह एक कॉमन कैमिकल है.