हावड़ा : नये साल में भारतीय रेलवे ने किराये में बढ़ोतरी कर यात्रियों को एक झटका जरूर दिया है. लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों पर किराया बढ़ोतरी का असर होगा. रेलवे ने प्रति किलोमीटर के हिसाब से एक से चार पैसे तक की बढ़ोतरी की है. रेल किराये में वृद्धि पर प्रभात खबर ने महिलाओं की प्रतिक्रिया जानी, जो निम्न हैं :
नीशा साहा, गृहिणी : आज पूरा विश्व मंदी के दौर से गुजर रहा है. इस स्थिति में भारतीय रेलवे द्वारा किराया बढ़ाया जाना आम जनता पर दोहरे मार की तरह है. सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है.
रेनू सिंह : केंद्र सरकार द्वारा रेलवे किराये में मामूली इजाफा का आम जनता पर कोई असर नहीं होगा. मोदी सरकार का यह फैसला रेल हित में साबित होगा.
प्रिया साह, राजनीति विशेषज्ञ : लंबे अंतराल के बाद रेलवे किराया बढ़ाया गया है. यह जरूरी भी था. किराया में वृद्धि कर रेलवे घाटे को कुछ हद तक कम करने की कोशिश होनी चाहिए.
रीना जायसवाल, गृहिणी : हर वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि के साथ रेलवे किराया में बढ़ोतरी को एक स्वाभाविक प्रक्रिया मान लेना चाहिए लेकिन यात्रियों की सुविधाओं में सुधार करने की जरूरत है. रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के ऊपर भी ध्यान देने की जरूरत है.
विजय लक्ष्मी राव : किराया जरूर बढ़ना चाहिए, लेकिन यात्रियों को सुविधा भी मिले. भोजन की गुणवत्ता पर रेल ध्यान दे. रुपये देने के बावजूद यात्रियों को उनकी पसंद का खाना नहीं मिलता है. सुरक्षा दुरुस्त करने की जरूरत है.