कोलकाता: जानलेवा बीमारी जापानी इंसेफलाइटिस महानगर में जान की बलि तो ले चुका है, पर अभी तक विशेषज्ञों को शहर में इस रोग का लार्वा नहीं मिला है. कोलकाता नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने वार्ड नंबर 58 एवं 110 में पाये गये मच्छरों में इस रोग के लार्वा की जांच की थी. कोलकाता नगर निगम के कुल 141 में से यही दो ऐसे वार्ड हैं, जहां खेत भी हैं और सूअर पालन भी होता है.
इसके साथ ही पकड़े गये सूअरों के रक्त के नमूनों की जांच में भी इंसेफलाइटिस के किसी प्रकार का कोई लक्षण नहीं मिला है. यह एक तरह से अच्छी खबर है, पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पकड़े गये सूअर निगम प्रशासन के लिए बड़ी मुसीबत बन गये हैं. महानगर में लगभग तीन हजार सूअर हैं, जिन्हें रखने के लिए निगम के पास पर्याप्त जगह नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के मेयर परिषद के सदस्य अतीन घोष ने बताया कि पकड़े गये सूअरों को रखने के लिए पर्याप्त जगह का उपलब्ध नहीं होना एक समस्या बन गयी है.
इसलिए अभियान की रफ्तार थोड़ी कम कर दी गयी है. सूअरों को रखने के लिए दक्षिण 24 परगना के घटकपुकुर इलाके में एक जगह देखी गयी है, जिसके लिए सरकार से बात की जा रही है. उधर टेंगरा इलाके में काफी लोग सूअर देने से आनाकानी कर रहे हैं. श्री घोष ने बताया कि उन लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्हें मुआवजा देने पर भी हम लोग विचार कर रहे हैं.