कोलकाता : राज्य की तृणमूल सरकार और राज्यपाल के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस विधायकाें ने कई विधेयकों को राजभवन की मंजूरी नहीं मिलने के खिलाफ विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया.
तृणमूल कांग्रेस विधायकों ने पोस्टर लेकर विधानसभा में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ प्रदर्शन किया और राज्यपाल को हटाने की मांग की. तृणमूल कांग्रेस ने विशेष रूप पश्चिम बंगाल अनुसूचित जाति व जनजाति संबंधी विधेयक को राज्यपाल की मंजूरी नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त की.
इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस विधायकों ने कहा कि राज्यपाल के अड़ियल रवैये के कारण विधेयक को मंजूरी नहीं मिली, जिससे यहां के अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों के लिए बनने वाले नये आयोग का रास्ता साफ नहीं हो पाया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले दिनों राज्य में अनुसूचित जाति व जनजाति श्रेणी के लोगों के लिए अलग-अलग आयोग बनाने की घोषणा की थी.
इस आयोग के गठन से पहले इस संबंध में विधानसभा में विधेयक पारित करना जरूरी था, लेकिन वह नहीं हो पाया. तृणमूल कांग्रेस विधायकाें का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से राज्यपाल को सभी सूचनाएं देने के बाद भी वह विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल ने विधेयक के संबंध में जो भी जानकारी मांगी थी, वह उन्हें दी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद राजभवन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि विधेयक के संबंध में राजभवन की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को पत्र देकर कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन विस अध्यक्ष द्वारा इस बारे में जानकारी नहीं दी गयी.