नवीन कुमार राय, कोलकाता : राज्य की तीन विधानसभा सीटों पर होनेवाले उपचुनाव के तहत करीमपुर, कालियागंज और खड़गपुर पर 25 नवंबर को मतदान होना. चुनाव के मैदान में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और माकपा के अलावा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. इसमें कांग्रेस व वाममोर्चा 2:1 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ रहे हैं, यानी एक सीट पर माकपा का उम्मीदवार खड़ा है, तो दो सीटों पर कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही है.
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विस उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक रही हैं राजनीतिक पार्टियां
नवीन कुमार राय, कोलकाता : राज्य की तीन विधानसभा सीटों पर होनेवाले उपचुनाव के तहत करीमपुर, कालियागंज और खड़गपुर पर 25 नवंबर को मतदान होना. चुनाव के मैदान में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और माकपा के अलावा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. इसमें कांग्रेस व वाममोर्चा 2:1 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ रहे हैं, यानी एक सीट […]
वहीं, गुटबाजी की आशंका से तृणमूल कांग्रेस व भाजपा दोनों परेशान हैं. आलम यह है कि भाजपा को खड़गपुर सदर सीट से पार्टी के घोषित उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन दाखिल करनेवाले पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप पटनायक को पार्टी से निष्काषित करने का फैसला लेना पड़ा. दूसरी ओर बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल काे सरेआम सभा में पार्टी के उनलोगों को सतर्क करना पड़ा, जो पार्टी विरोधी कार्यों में लिप्त हैं.
उन्होंने कहा कि उनके पास पक्की खबर है कि कुछ लोग भाजपा के लिए मीटिंग व उसके उम्मीदवार को जीताने के लिए काम कर रहे हैं. इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 18 सीटें तो जीती ही, जबकि हर सीट पर वह दूसरे नबंर पर रहते हुए तृणमूल कांग्रेस को कड़ी चुनौती देने में भी सक्षम रही.
ऐसे में अगर इन तीन सीटों में से भाजपा अपनी खड़गपुर सीट को बचाते हुए अन्य सीटों में किसी एक पर भी कब्जा कर लेती है, तो सत्ताधारी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ जायेंगी. इसका सीधा असर वर्ष 2020 में होनेवाले नगर निगम और नगर निकाय के चुनावों के बाद 2021 में होनेवाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा.
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